जम्मू-कश्मीर में पुलिस महासंचालक (कारागृह) के मुसलमान नौकर द्वारा गला काट कर हत्या

  • जिहादी आतंकवादी संगठन ‘द रेजिस्टन्स फ्रंट’ ने हत्या का दायित्व लिया, पुलिस द्वारा आतंकवादी आक्रमण न होने का स्पष्टीकरण !

  • नौकर को मानसिक बीमारी होने का पुलिसकर्मियों का दावा !

जम्मू-कश्मीर के कारागृह विभाग के पुलिस महासंचालक हेमंत लोहिया (बाईं ओर) एवं नौकर यासीर (दाईं ओर)

श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – जम्मू-कश्मीर के कारागृह विभाग के पुलिस महासंचालक हेमंत लोहिया की ३ अक्तूबर की रात्रि विलंब से उनके अपने ही घर में उनके यासीर नामक नौकर ने हत्या की । हत्या के उपरांत मृतदेह जलाने का भी प्रयास किया गया । इस घटना के उपरांत यासीर ने पलायन किया है तथा पुलिस उसको ढूंढ रही है । उसके पास पाइ गई दैनंदिनी के लिखान से पुलिसकर्मियोंने ऐसा मत व्यक्त किया है कि उसे मानसिक बीमारी है । उसीप्रकार पुलिस ने ऐसा भी कहा है कि इसके पीछे आतंकवादी आक्रमण नहीं है । दूसरी ओर हत्या के लगभग १० घंटों उपरांत अर्थात ४ अक्तूबर को सुबह ‘द रेजिस्टन्स फ्रंट’ आतंकवादी संगठन द्वारा लोहिया की हत्या का दायित्व स्वीकारा गया है । इस संगठन ने सामाजिक माध्यम से ऐसे बताया है । यह संगठन लष्कर-ए-तोयबा आतंकवादी संगठन से संलग्न संगठन है । संगठन द्वारा कहा गया है, ‘केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा को यह हमारी छोटासा उपहार है । हम कभी भी, कहीं भी, किसी को भी मार सकते हैं’ अमित शहा वर्तमान में कश्मीर की यात्रा पर है ।

जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि लोहिया का गला काटा गया है । उसके शरीर पर जलने के निशान भी मिले हैं । प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना से पहले लोहिया ने अपने पैर में तेल लगाया था । उसका पैर सूज गया था । हत्यारे ने कांच की बोतल से गला काट कर हत्या कर शव को जलाने का प्रयास किया । चीख पुकार सुनकर परिजन दौड़ पड़े । पहले तकिये से दबा कर जान से मारने का प्रयास किया गया । सुरक्षा बलों ने सबसे पहले कमरे में आग देखी । दरवाजा अंदर से बंद था । उन्होंने दरवाजा तोड कर अंदर प्रवेश किया ।

बैंक के व्यवस्थापक पर गोलीबारी

इस घटना से पूर्व ३ अक्तूबर को ही दोपहर में बारामुला में कुछ आतंकवादियों ने एक बैंक व्यवस्थापक पर गोलीबारी की; परंतु इसमें वे बच गए ।

संपादकीय भूमिका

पुलिस महासंचालक की इस प्रकार हत्या होना, पुलिस के लिए लज्जाजनक !