‘बदायू’ का नाम पहले ‘वेदामऊ’ था ! – योगी आदित्यनाथ

वो वेदों के अध्ययन का स्थान था । ऐसा भी कहा जाता है कि, गंगानदी को पृथ्वी पर लाने वाले महाराज भगीरथ ने यहीं पर तपस्या की थी, ऐसा प्रतिपादन उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया ।

आधे-पके चावल से कर्क रोग (कैन्सर) होने की संभावना  ! – शोध का निष्कर्ष

एक शोध से ये निष्कर्ष सामने आया है, कि पकाते समय कच्चे रहे चावल खाने से कर्क रोग (कैंसर) का संकट हो सकता है ।

‘जस्ट डायल’ संकेतस्थल (वेब साइट) पर मिली वैश्या व्यवसाय करने वाली १५० युवतियों के दर की जानकारी !

देश में इस प्रकार के संकेतस्थल (वेब साइट) चालू हैं, यह पुलिस को कैसे नहीं पता ? उन्होंने इस ओर आर्थिक लाभ के लिए अनदेखी की है क्या, ऐसा प्रश्न उपस्थित होता है । इसकी जांच होनी चाहिए !

उत्तरप्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी की मोहम्मद पैंगंबर के चरित्र पर लिखी पुस्तक का महंत यति नरसिंहानंद के हाथों प्रकाशन

इस्लाम का प्रचार कैसे हुआ और उसका उद्देश्य क्या है, यह पुस्तक से ध्यान में आएगा ! – वसीम रिजवी

भारत में ३३ लाख से अधिक बच्चे कुपोषित !

स्वतंत्रता के ७४ वर्षों में इसे भारत द्वारा की गई प्रगति कहेंगे क्या ? देश के बच्चों को कुपोषित रखने वाले अभीतक के सभी पार्टी के शासनकर्ता इसके लिए उत्तरदायी हैं । यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र को अपरिहार्य करती है !

राफेल विमान के क्रय में मध्यस्थ को दिए गए ६५ करोड रुपए  ! – फ्रांस का समाचार जालस्थल (वेबसाईट) ‘मीडिया पार्ट’ का दावा 

कागजात होते हुए भी, सीबीआई द्वारा जांच न की जाने का आरोप !

देहली के होटल में मांस नहीं परोसने पर मद्य की नशे में उन्मत्त पुलिस सिपाही ने होटल के स्वामी को पीटा !

कानून विरोधी पुलिस ! ऐसे पुलिसकर्मियों को नौकरी से निरस्त कर देना चाहिए ! 

(कहते हैं) क्या सनातन संस्था का आपराधिक जगत से (अंडरवर्ल्ड से) संबंध जोडा जा सकता है ?

देवेंद्र फडणवीस द्वारा लगाए गए आरोपों पर अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने उठाया यह प्रश्न !

सनातन संस्था ने कुख्यात आतंकी दाऊद की कोई भी संपत्ती नहीं खरीदी है ! – सनातन संस्था

सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने एक विज्ञप्ति में कहा है, कि सनातन संस्था और अजय श्रीवास्तव का कोई भी संबंध नहीं है । साथ ही, उन्होंने यह कहा है, कि पर्याप्त जानकारी लिए बिना नवाब मलिक सनातन संस्था के संदर्भ में इस प्रकार झूठे आरोप लगाकर अपनी हंसी न कराएं ।