कागजात होते हुए भी, सीबीआई द्वारा जांच न की जाने का आरोप !
नई देहली – फ्रांस के विमान निर्माता प्रतिष्ठान ‘डसॉल्ट’ ने भारत एवं भारतीय ‘एजेंसियों’ को ३६ राफेल लडाकू हवाई जहाज के क्रय के अनुबंध के लिए बिचौलियों को अनुमानित ६५ करोड रुपए दिए थे । सुशेन गुप्ता को दलाली दी गई थी । फ्रांस के समाचार जालस्थल, ‘मीडिया पार्ट’ ने समाचार प्रसिद्ध किया है, कि कागजात होते हुए भी भारत की जांच संस्था, सीबीआई ने प्रकरण को आगे नहीं बढाने का निर्णय लेते हुए जांच आरंभ नहीं की है । राफेल विमान लेन-देन के प्रकरण में ‘मीडिया पार्ट’ द्वारा दिए गए समाचार के कारण फ्रांस को जुलाई में भ्रष्टाचार के आरोपों की न्यायिक जांच करने के लिए बाध्य किया था ।
French portal #Mediapart has claimed it has evidence of kickbacks paid by #DassaultAviation to help secure the sale of 36 #Rafale fighter aircrafts to #India, further alleging in the report that #CBI and #ED had evidence but did not pursue the matterhttps://t.co/4AugjpSpW3
— Economic Times (@EconomicTimes) November 8, 2021
इस समाचार में, ५९ सहस्र करोड रुपए के राफेल लडाकू हवाई जहाजों के अनुबंध में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है । समाचार में, इस समाचार जालस्थल ने संदर्भित अनुबंध की कथित नकली स्वीकार रसीदें प्रकाशित की हैं ।