पठानकोट के सैन्यशिविर के प्रवेशद्वार पर ग्रेनेड से आक्रमण
‘आतंकवाद का कारखाना पाकिस्तान को नष्ट करने से ही ऐसे आक्रमण स्थाईरूप से रुकेंगे, इसे ध्यान में लेकर केंद्र सरकार को अब तो आतंकियों को नष्ट करना चाहिए, यह जनता की अपेक्षा है !
‘आतंकवाद का कारखाना पाकिस्तान को नष्ट करने से ही ऐसे आक्रमण स्थाईरूप से रुकेंगे, इसे ध्यान में लेकर केंद्र सरकार को अब तो आतंकियों को नष्ट करना चाहिए, यह जनता की अपेक्षा है !
श्री. सिंह ने कहा कि जिस नेतृत्व में संविधान की धारा ३७० में निहित प्रावधानों को रद्द करने की क्षमता और इच्छा है, उसी नेतृत्व में ही पाकिस्तान के नियंत्रणवाले पाकअधिकृत कश्मीर को वापस लाने की भी क्षमता है ।
लोगों को केवल ‘जय श्रीराम’ नहीं बोलना चाहिए, अपितु प्रभु श्रीराम जैसा बनने का प्रयास भी करना चाहिए ।
न्यायालय ने निर्देश दिया कि ‘परमबीर सिंह जांच में सहयोग करें ।’ विगत सुनवाई के समय न्यायालय ने सिंह के अधिवक्ताओं से पूछा था, ‘वास्तव में परमबीर सिंह कहां हैं ?’ इस पर यह जानकारी अधिवक्ताओं ने दी ।
भारत की राजधानी में ऐसा होना, हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है ! हिन्दू संगठनों को यह प्रयास वैधानिक रूप से रोकना आवश्यक है !
जो हिन्दुओं के साथ छल कर उनका धर्मांतरण करने वालों के विरुद्ध स्वयं कार्यवाही नहीं करते एवं जब उन्हें ग्रामीण पकडते हैं, तो वो उन्हें मुक्त कर देते हैं ; इससे क्या यह समझा जाए कि, यह पुलिस का हिन्दू -द्वेष एवं ईसाई प्रेम है ?
आज दुर्भाग्य से, भारत की असंख्य युवा पीढी के आदर्श क्रिकेटर होने के कारण, कल वो भी क्रिकेटरों के समान हलाल मांस खाना आरंभ कर देंगे ! यह भारत में हलाल मांस की खपत बढाने का सुनियोजित षड्यंत्र है, यह ध्यान रखें ।
सीबीआई ने बताया है कि, महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु आत्महत्या ही थी । इसके लिए महंत आनंद गिरि, आध्या तिवारी एवं उनके पुत्र संदीप तिवारी पर बाध्य करने का आरोप है । इन तीनों के विरुद्ध, धारा ३०६ एवं १२० ब के अंतर्गत प्रकरण प्रविष्ट किया गया है ।
“सुबह भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को स्नान कराते समय हाथ उखड गया था ।” घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर निरंतर प्रसारित हो रहा है । लेखी सिंह गत ३० वर्षों से अर्जुन नगर के पथवारी मंदिर में पुजारी के पद पर कार्यरत हैं ।
उनका आजीवन पालन पोषण करने की अपेक्षा, उन पर द्रुतगति न्यायालय में प्रकरण चला कर उन्हें मृत्युदंड हो ; इसके लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए !