तमिलनाडू में हिन्दुओं के ५ देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड करनेवाला धर्मांध ईसाई गिरफ्तार !

  • ईसाइे मूर्तिभंजक को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टालमटोल !

  • हिन्दू मुन्नानी (हिन्दू संगठन) संगठन द्वारा आंदोलन किए जाने के उपरांत यह ईसाई गिरफ्तार !

  • तमिलनाडू में हिन्दूद्वेषी द्रमुक सरकार सत्ता में होने से वहां हिन्दुओं के देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड करने की घटनाएं बढ रही हैं । तमिलनाडू में हिन्दू धर्म पर हो रहे आघातों को रोकने के लिए हिन्दुओं का प्रभावशाली संगठन बनना अनिवार्य !
  • देवताओं की मूर्तियों का भंजन करनेवाले ईसाई को गिरफ्तार करने के लिए टालमटोल करनेवाली ईसाईयों की पक्षधर पुलिस हिन्दुओं की क्या रक्षा करेगी ?

चेन्नई – तमिलनाडू राज्य के दिंडीगुल जनपद के वडामुराई के श्री गणेश मंदिर में स्थित देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड करनेवाले बालकृष्णन् नामक धर्मांतरित ईसाई को गिरफ्तार किया गया । बालकृष्णन् ने श्री गणेश की मूर्ति, साथ ही नागदेवताओं की ४ मूर्तियों ऐसे कुल ५ मूर्तियां तोड दी । उसने इसी मंदिर की बाजू में स्थित वीरभद्र रावणेश्वर मंदिर के बिजलीयंत्रों को भी क्षति पहुंचाई । बालकृष्णन् को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने टालमटोल की; परंतु हिन्दू मुन्नानी संगठन द्वारा आंदोलन चलाने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया ।

धर्मांतरित ईसाई द्वारा मूर्तिभंजन किए जाने का समाचार प्रसारित करने के में प्रसारमाध्यमों की टालमटोल ! 

भविष्य में हिन्दुओं ने ऐसे प्रसारमाध्यमों का बहिष्कार किया, तो उसमें आश्चर्य कैसा ?

तमिलनाडू के एकमात्र ‘दिनामल’ नाम के समाचारपत्र ने बालकृष्णन् के ईसाई धर्मांतरित होने का समाचार दिया; परंतु अन्य समाचारपत्रों ने इस बात को दबाया । तमिलनाडू में इससे पूर्व भी मूर्तिभंजन की कई घटनाएं हुई हैं; परंतु उसके लिए धर्मांध उत्तरदायी होते हुए भी कुछ विशिष्ट जालस्थलों को छोडकर प्रसारमाध्यम उस विषय में सत्य रखने में टालमटोल करते हैं ।

तमिलनाडू में मूर्तिभंजन की बढती घटनाएं 

१. २१ जून २०२१ : पुडूकोट्टाई जनपद के शिवमंदिर में शिवलिंग, माता पार्वती, श्री गणेश एवं नंदी की मूर्तियों की तोडफोड

२. ३० जून २०२१ : वेल्लीपुरम् के अम्मनदेवी के मूर्ति की तोडफोड

३. २५ जुलाई २०२१ : धर्मांधों ने रानीपेठ में स्थित १ सहस्र ५०० वर्ष पुराने मंदिर में स्थित श्री अम्मनदेवी एवं श्री दुर्गादेवी के मूर्ति पर स्थित वस्त्र फाडकर मूर्तियों पर वीर्य फेंका ।

४. ७ सितंबर २०२१ : पेरालंबुर में धर्मांधों ने यात्रा के समय में देवताओं की मूर्तियों की शोभायात्रा के लिए उपयोग किए जानेवाले २ रथों में आग लगा दी ।

५. ७ अक्टूबर २०२१ : सिरूवाचुर में ९ मूर्तियों की तोडफोड