द्रमुक सरकार ने तमिलनाडु में आत्महत्या जांच के प्रकरण में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के साथ सहयोग करने को अस्वीकारा !

क्या ईसाई प्रेमी और हिन्दू द्वेषी द्रमुक (द्रविड़ मुनेत्र कळघम – द्रविड़ प्रगति संघ) सरकार कभी हिन्दुओं का समर्थन और ईसाई मिशनरियों का विरोध करेगी ? हिन्दुओं को लगता है, कि केंद्र सरकार को इस प्रकरण में हस्तक्षेप करना चाहिए और सी.बी.आई. से जांच करानी चाहिए ! 

कर्णावती में हिंदू समर्थक युवक की हत्या के पीछे दो मौलवी !

‘भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं’, धर्मनिरपेक्षतावादियों और पुरो (अधो) गामी का गुट जो ऐसा हल्ला करता रहता है, क्या अब इस संबंध में कुछ कहेगा ?  

मध्यप्रदेश के जिला महिला न्यायाधीश द्वारा वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा लैंगिक अत्याचार होने के विषय मे याचिका दाखिल! 

महिला न्यायाधीष द्वारा लगाए गए आरोप मे यदि सच्चार्इ है, तथा न्यायाधीश वासनांध हैं, तो यह मामला काफी गंभीर है। ऐसे न्यायाधीश पीडित महिलाओं के ( केसेस) किस प्रकार लडते होंगे, ऐसा विचार यदि सामान्य जनता के मन मे आए तो, यह आश्चर्य करनेवाली बात है।

‘स्टूडेंट पुलिस कैडेट’ के लिए हिजाब पहनने की मांग करने वाली मुसलमान छात्रा की याचिका केरल उच्च न्यायालय ने नकार दी !

मुसलमान विद्यार्थी ने धर्म के संबंध में परंपरा का पालन करने के लिए न्यायालय तक दावा किया, एक ओर कॉन्वेंट विद्यालय में कुमकुम, बिंदी, चूडियां निकालने के लिए बताने पर हिन्दू छात्राएं  शांति से निकालकर येशू की प्रार्थना करती हैं !

अमेरिका को ईसाई राष्ट्र बनाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का प्रयास !

‘आधुनिकतावादी’ के रुप में पहचाने जाने वाले अमेरिका में भी बहुसंख्यक ईसाइयों को उनका देश ‘ईसाई राष्ट्र हो’, ऐसा लगता होगा, तो बहुसंख्यक हिन्दुओं को उनका भारत ‘हिन्दू राष्ट्र’ होना चाहिए, ऐसा लगने में क्या गलत है ?

सरकारी नौकरी में अनुसूचित जाति-जनजाति के विषय में पदोन्नति का आरक्षण कैसा हो, यह राज्यों को ही तय करना चाहिए ! – उच्चतम न्यायालय 

संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब अंबेदकर ने आरक्षण केवल १० वर्षों तक चालू रखें’, ऐसी सूचना की थी; लेकिन यह आरक्षण संस्कृति आज भी चालू है । इसका सभी स्तर के घटकों द्वारा विचार करने का समय अब आ गया है ।

उत्तरप्रदेश की काँग्रेस महिला उम्मीदवार की चुनाव लडने से मनाही !

काँग्रेस का अध्यक्ष पद एक महिला के पास है, उत्तरप्रदेश का प्रमुखपद महिला के पास है । ऐसा होते हुए भी पार्टी में महिलाओं का शोषण होने के आरोप में तथ्य होगा, तो ऐसी पार्टी सत्ता में आने पर भी महिलाओं की रक्षा कभी कर सकेगी क्या ?

पू. भय्यूजी महाराज के आत्महत्या प्रकरण में नौकर, वाहन चालक और देखभाल करने वाली सेविका को ६ वर्ष का दंड !

वर्ष २०१८ में, पु. भय्यू महाराज ने स्वयं के लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी । उन्होंने आत्महत्या करने से पहले एक पत्र भी लिखा था ।

धर्मपरिवर्तन के लिए दबाव बनाने के कारण आत्महत्या करने वाली लावण्या इस हिन्दू विद्यार्थी की व्यथा वीडियो द्वारा उजागर मुझे पढाई करने से रोककर छात्रावास में काम करने को लगाया !

इस पूरे मामले की गहराई से जांच होकर संबंधितों पर कठोर कार्यवाही होना हिन्दुओें को अपेक्षित है !