(टिप्पणी : मौलवी अर्थात इस्लाम के धर्मगुरु !)
‘भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं’, धर्मनिरपेक्षतावादियों और पुरो (अधो) गामी का गुट जो ऐसा हल्ला करता रहता है, क्या अब इस संबंध में कुछ कहेगा ? – संपादक
कर्णावती (गुजरात) – यहां २५ जनवरी को हिन्दू समर्थक किशन बोलिया की हत्या के प्रकरण में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को बंदी बनाया है, जिसमें एक मौलवी भी सम्मिलित है । प्रकरण में कुल दो मौलवियों पर अभियोग लगाया गया है । मुंबई के एक मौलवी ने हत्या का आदेश दिया था, जबकि कर्णावती के एक मौलवी ने आरोपियों को शस्त्र उपलब्ध कराए थे । कर्णावती से एक मौलवी को बंदी बनाया गया है । किशन ने सामाजिक माध्यम पर पैगंबर मोहम्मद का एक वीडियो अपलोड किया था । इसको लेकर किशन को जान से मारने की धमकी दी गई थी ।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने किशन बोलिया के घर जाकर उनके परिवार को सांत्वना दी । उस समय पत्रकारों से बात करते हुए संघवी ने कहा, “हम किशन के परिवार को न्याय दिला कर रहेंगे ।” २० वर्ष के दो आरोपियों को मौलवी ने किशन की हत्या करने के लिए उकसाया था । मौलवी का काम है लोगों को सही राह दिखाना ; किन्तु, उन्होंने हत्या के लिए शस्त्र उपलब्ध कराए, जो आश्चर्यजनक है ।