(हिजाब अर्थात मुसलमान महिला ने सिर और गर्दन ढकने के लिए प्रयोग किया वस्त्र)
मुसलमान विद्यार्थी ने धर्म के संबंध में परंपरा का पालन करने के लिए न्यायालय तक दावा किया, एक ओर कॉन्वेंट विद्यालय में कुमकुम, बिंदी, चूडियां निकालने के लिए बताने पर हिन्दू छात्राएं शांति से निकालकर येशू की प्रार्थना करती हैं ! – संपादक
तिरुवनंतपुरम (केरल) – यहां के एक विद्यालय की मुसलमान छात्रा ने ‘इस्लाम में महिला और लडकी को हिजाब पहनकर बाहर जाना आवश्यक है’, ऐसा कहते हुए ‘स्टूडेंट पुलिस कैडेट’ के लिए हिजाब और पूरी बांह के कपडे पहनने की अनुमति दें’, ऐसी मांग करने वाली याचिका केरल उच्च न्यायालय में प्रविष्ट की थी; ‘इस कारण धर्मनिरपेक्षता प्रभावित होगी’, ऐसा कहते हुए न्यायालय ने यह याचिका नकार दी । इसके बाद छात्रा ने सरकार से अनुमति मांगी; लेकिन सरकार ने भी इसकी मांग को अमान्य किया । ‘स्टूडेंट पुलिस कैडेट’, यह केरल सरकार द्वारा विद्यालय स्तर पर लडके-लडकियों के विकास के लिए चलाई गई योजना है । विद्यार्थियों में सुरक्षा, आदर और अनुशासन निर्माण होकर लोकतंत्र समाज के भावी नेता के रुप में विकसित होने के लिए प्रशिक्षित करने का कार्य इसके द्वारा किया जाता है ।
Kerala govt rejects plea seeking to wear hijab over SPC uniform; 'will affect secularism' https://t.co/sk3lau1OrR
— Republic (@republic) January 28, 2022
१. सरकार ने अनुमति नकारते हुए कहा, ‘स्टूडेंट पुलिस कैडेट’ के कार्य को देखते हुए छात्रा की इस मांग पर विचार भी नहीं किया जा सकता । छात्रा की इस मांग पर विचार कर निर्णय लेने पर आगामी समय में अन्य दलों के संबंध में भी ऐसी मांग हो सकती है । इस कारण धर्मनिरपेक्षता को खतरा हो सकता है । ‘स्टूडेंट पुलिस कैडेट’ के लिए ऐसे धार्मिक प्रतीकों का प्रयोग करने की अनुमति देना योग्य नहीं ।
२. कुछ दिनों पहले कर्नाटक के उडुपी में मुसलमान छात्राओें के सरकारी विश्वविद्यालय में हिजाब पहनकर प्रवेश करने के कारण विवाद हो गया था । इसके प्रति-उत्तर में हिन्दू युवक-युवतियों ने भगवा दुपट्टा पहना था ।