अनुशासनहीनता का शतक किया पार !

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ‘भारत जोडो’ यात्रा के माध्यम से देशभर मार्गक्रमण कर रहे हैं । अतिमहनीय व्यक्ति होने से उनके लिए उस स्तर की सुरक्षाव्यवस्था होनी ही है !

दो तपों की साधना !

‘परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की कृपा से साप्ताहिक ‘सनातन प्रभात’ के रूप में ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिक का आरंभ हुआ । सनातन प्रभात नियतकालिक की निर्मिति करनेवाले साधक इस भाव से सेवा कर रहे हैं कि ‘नियतकालिक चलाना समष्टि साधना है तथा इसके माध्यम से ईश्वरप्राप्ति करनी है ।’

अंतरराष्ट्रीय स्तर से जुडे हिन्दूद्वेष के तार !

हमें जिन बातों की जानकारी होती है, उसे परिपूर्ण मानकर हम उनके आधार पर कुछ निष्कर्ष निकालते रहते हैं अथवा उस विषय में स्वयं का मत बना लेते हैं, तथापि उन्हीं बातों में ऐसे अनेक पक्ष होते हैं, जिनके विषय में हमें कुछ भी ज्ञात नहीं होता । कुछ दिन पूर्व ही गोवा में आयोजित … Read more

भारत का शत्रु : भ्रष्टाचार

पानी में रहनेवाली मछली पानी कब पीती है, यह हम नहीं समझ सकते, उसी प्रकार सरकारी अधिकारी भ्रष्टाचार कब करते हैं, इसे हम नहीं पहचान सकते’, ऐसा आर्य चाणक्य ने भ्रष्टाचार के विषय में लिख रखा है ।

चर्च में चलनेवाले दुष्कृत्य  !

‘अश्लील (पॉर्न) वीडियो देखना’, यह आजकल की सामान्य बात हो गई है । उसमें कुछ भी बुराई नहीं है, ऐसा कुछ लोगों को लगता है ।

नेपाल को चाहिए हिन्दू राष्ट्र !

‘भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने पर नेपाल सहित अन्य अनेक देश स्वयं को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेंगे’, पुरी के शंकराचार्यजी ने ऐसा कहा है । शासनकर्ता उसे गंभीरता से अपनाएं, यह हिन्दुओं की अपेक्षा !

स्टॉलिन का हिन्दीद्वेष !

संसदीय समिति के अध्यक्ष और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पूर्व ही राष्ट्रभाषा के विषय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रतिवेदन दिया था ।

वैचारिक आतंकवादी !

अभी तक आपने आतंकी संगठनों, विभाजनकारी, नक्सली आदि संगठनों को प्रतिबंधित करने के समाचार सुने होंगे; परंतु जब रूस ने सामाजिक माध्यम अमेरिकी प्रतिष्ठान ‘मेटा’ के आतंकी संगठन होने की बात कहकर उस पर प्रतिबंध लगाया, तब संपूर्ण जगत ही आश्चर्यचकित हुआ ।

(अज्ञानी) पुरुष !

जब चित्रपट प्रदर्शित होगा, तब योग्य क्या है, यह आपके ध्यान में आएगा’, उस समय उन्होंने ऐसा कहा है; किंतु ‘अब जो कुछ परिवर्तन बताए जा रहे हैं, क्या आप वे करेंगे ?’, इस प्रश्न पर उन्होंने कुछ भी कहना स्वीकार नहीं किया ।