नेपाल में वहां के राष्ट्रीय प्रजातंत्र पक्ष ने पुन: ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने की मांग की है । उनकी इस मांग को साम्यवादी नेता, भूतपूर्व सैन्याधिकारी, नेपाल शासन के मंत्री एवं हिन्दू धार्मिक संगठनों का भी समर्थन है । नेपाल में ८१.३ प्रतिशत हिन्दू अर्थात बहुसंख्य हिन्दू ही हैं । विश्व के पटल पर नेपाल एकमेव हिन्दू राष्ट्र अस्तित्व में था; किंतु वहां के राजा के विरुद्ध विद्रोह हुआ और राजसत्ता (राजशाही) का पतन हो गया । उसके साथ हिन्दू राष्ट्र के रूप में उसकी पहचान भी मिट गई । अब वहां धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र है, तो भी वह साम्यवादियों के अधीन है । वहां साम्यवादियों का ही शासन है । नेपाल हिन्दू राष्ट्र था, तब वहां की व्यवस्था एवं शासन पद्धति लोगों का हित साध्य करनेवाली थी । ‘नेपाल हिन्दू राष्ट्र था, तब हमारी स्थिति अच्छी थी, अब हमारी स्थिति बुरी है, इसलिए नेपाल को पुन: हिन्दू राष्ट्र बनाएं’, वहां के मुसलमान समाज की भी ऐसी इच्छा है । इससे राजसत्ता पर आधारित हिन्दू राष्ट्र नेपाल तथा वहां की जनता के अनुकूल था, उनका विकास करनेवाला था । साम्यवादियों से प्रभावित गणतंत्र से उन्हें वह लाभ नहीं मिला ।
केवल विरोध के लिए विरोध और कुछ देशों का अनुसरण कर वर्ष २००८ में धर्मनिरपेक्षता स्वीकारनेवाले नेपाल के राजकीय पक्षों के ध्यान में अब उनकी चूक आ रही है । नेपाल के कुछ तत्वों को राजसत्ता अपथ्यकर थी । उन्हें नेपाल की सारी व्यवस्था में स्थान नहीं मिलता; इसलिए भीषण जनमत निर्माण कर उन्होंने राजसत्ता हटाई, तो भी स्वयं उन्हें और देश को उससे लाभ नहीं हुआ । भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में हिन्दुत्वनिष्ठ शासन अस्तित्व में है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में भारत अनेक विकास, बडे प्रकल्प एवं नई योजनाएं पूरी कर रहा है । विश्व के पटल पर भारत का वर्चस्व बढ रहा है । उत्तरप्रदेश के योगी आदित्यनाथजी कुछ वर्ष पूर्व नेपाल गए थे वहां के एक कार्यक्रम में उन्होंने ‘नेपाल को पुन: हिन्दू राष्ट्र घोषित करने’ की मांग की थी । तुरंत भाजपा के कुछ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने भी वैसी ही मांग की । भारत के जनप्रिय हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन हिन्दू जनजागृित समिति ने भी नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए ‘ऑनलाईन’ अभियान चलाया था । नेपाली पक्ष और संगठनों पर इन सब के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष परिणाम हो रहे हैं । नेपाल से अधिक हिन्दू भारत में हैं । ‘भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने पर नेपाल सहित अन्य अनेक देश स्वयं को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेंगे’, पुरी के शंकराचार्यजी ने ऐसा कहा है । शासनकर्ता उसे गंभीरता से अपनाएं, यह हिन्दुओं की अपेक्षा !