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मंगलुरु (कर्नाटक) – २९ नवंबर, २०२२ को कर्नाटक के मंगलुरु में, रिक्शा में हुए विस्फोट के प्रकरण में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आरोप पत्र प्रविष्ट किया है । इस प्रकरण में इस्लामिक स्टेट का हाथ होने की बात सामने आई थी । यह बात भी सामने आई है कि जिहादी आतंकियों ने यह विस्फोट करने के लिए हिन्दुआें के नाम पर नकली पहचान पत्र बनाए थे । विस्फोट में रिक्शा चालक पुरूषोत्तम तथा मोहम्मद शारिक घायल हो गए थे । इसमें शारिक आरोपी है । यह भी उजागर हुआ है कि कांग्रेस कार्यालय, उनके परिवार द्वारा किराये पर लिए गए घर में चलाया जा रहा था ।
(सौजन्य : India Today)
१. मोहम्मद शारिक ’प्रेशर कुकर बम’ लेकर यात्रा कर रहा था । उसे कादरी मंजूनाथ मंदिर पर बमबारी कर हिन्दुओं को भयभीत करना था; लेकिन रास्ते में ही ’प्रेशर कुकर बम’ फट गया । शारिक ‘प्रेमराज’ के नाम से नकली आधार कार्ड लेकर यात्रा कर रहा था ।
२. इस घटना के बाद शारिक को आतंकवादी घोषित किए जाने पर कर्नाटक कांग्रेस के नेता तथा वर्तमान उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने उस समय आपत्ति जताई थी । उसके उपरांत जब राष्ट्रीय जांच यंत्रणा ने उसके विरुद्ध प्रमाण जुटाए तो पता चला कि वह एक आतंकवादी था. (ऐसी पार्टी को कर्नाटक के हिंदुओं ने वोट देकर सत्ता सौंपी । यदि भविष्य में कर्नाटक में ऐसी घटनाएं हों तो आश्चर्यचकित न हों ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकाजो कांग्रेस नेता भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने पर प्रश्न पूछते हैं, वे जिहादी आतंकवादी के घर में अपने दल का कार्यालय चलाना गलत नहीं मानते, इससे उनकी मानसिकता क्या है ? यह समझ में आता है ! |