देहली में आम आदमी पार्टी के विधायक राजेंद्र पाल गौतम का हिन्दूविरोधी विधान !
नई देहली – आपकी हानि होगी, ऐसी बातों पर आप विश्वास न रखें । आप मुझे बताएं, यदि किसी मंदिर में जाने के कारण हमारे लोगों की हत्या होती है, मूर्ति को स्पर्श करने से हमारे युवकों की हत्या होती है, तो आप ऐसे स्थान पर क्यों जाते हैं, जहां आपका अपमान होता है ? आपकी लडकियों, बहनों का बलात्कार होता है, हत्या होती है, ऐसे स्थानों पर जाना बंद करना चाहिए, ऐसा विधान देहली की आम आदमी पार्टी के विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने किया है । उनके इस विधान का एक वीडियो सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित हुआ है । ३० सेकंड का यह वीडियो हरियाणा के सोनीपत के लहराडा गांव में हुए एक कार्यक्रम में राजेंद्र पाल गौतम के बोलते समय का है ।
"मंदिरों में जाना बंद करो"
"मंदिरों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है"
"मंदिरों में दलितों को मारा जाता है"
आप विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने एक बार फिर मंदिरों और हिंदुओं को गाली दी
इससे पहले, 10,000 लोगों के सामूहिक धर्मांतरण के दौरान, वह लोगों को हिंदू धर्म और हिंदू देवताओं… pic.twitter.com/4HVkBTnGEp
— Gaurav Bhatia गौरव भाटिया 🇮🇳 (@gauravbhatiabjp) December 6, 2023
केजरीवाल राजेंद्र पाल गौतम को पार्टी से क्यों नहीं निकालते ? – भाजपा
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि स्वयं को कट्टर हनुमान भक्त कहलाने वाले देहली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल नियमित रूप से हिन्दूधर्म पर विष उगलने वाले राजेंद्र पाल गौतम को पार्टी से क्यों नहीं निकालते ?
हिन्दूधर्म विरोधी कार्यक्रम में सहभागी होने वाले राजेंद्र पाल गौतम का मंत्री पद छिन गया था !
राजेंद्र पाल गौतम ने इसके पहले भी अनेक बार हिन्दूधर्म पर टिप्पणी की है । अक्टूबर २०२२ में हिन्दू विरोधी कार्यक्रम में सहभागी होने के कारण उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था । इस कार्यक्रम में १० सहस्र हिन्दुओं का बौद्ध धर्म में धर्मांतरण किया गया था । इस कार्यक्रम में उन्होंने शपथ ली थी कि भगवान बुद्ध श्रीविष्णु के अवतार हैं, यह मैं नहीं मानूंगा । मैं इसे केवल झूठ और मूर्खतापूर्ण प्रचार मानूंगा । मैं श्राद्ध नहीं करूंगा और पिंडदान भी नहीं करूंगा । ब्राह्मणों के कोई भी कार्यक्रम को अनुमति नहीं दूंगा । मैं हिन्दूधर्म का त्याग कर रहा हूं; कारण ,यह मानवता के लिए हानिकारक और विकास के लिए बाधक है । यह असमानता पर आधारित है । मैं बौद्ध धर्म स्वीकार कर रहा हूं ।
नवंबर २०२२ में राजेंद्र पाल गौतम ने ‘द वायर’ इस वृत्तसंकेतस्थल को दिए साक्षात्कार में कहा था, ‘इस देश में ११० करोड लोग अनुसूचित जाति और जनजाति के हैं । वे सभी आने वाले ५-६ वर्षों में बौद्ध धर्म स्वीकार करेंगे । इसके उपरांत देखेंगे कि कौन बहुसंख्यक होते हैं ।
संपादकीय भूमिका
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