भारत में मस्जिदों के माध्यम से जमा किए पैसों का आतंकवादी कार्यवाहियों के लिए प्रयोग !

‘एफ.ए.टी.एफ.’ इस वैश्विक संस्था के ब्योरे की जानकारी !

नई देहली – आतंकवाद को आर्थिक सहायता करने वाले देशों पर कार्यवाही करने वाले ‘एफ.ए.टी.एफ.’ अर्थात ‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’, इस वैश्विक संस्था ने हाल ही में ‘क्राॅउड फंडिंग फॉर टेररिज्म फाइनेंसिंग’ (समाज को पैसा देने का आवाहन कर यह पैसा आतंकवाद बढाने के लिए प्रयोग करना) नाम से एक ब्योरा प्रकाशित किया है । इस ब्योरे के पृष्ठ क्रमांक ३८ पर भारतीय अधिकारियों द्वारा दी जानकारी का उल्लेख है । इसमें बताया गया है कि भारत के एक कट्टरवादी संगठन ने नियोजित ढंग से जाल बिछाकर संपूर्ण देश से पैसा इकट्ठा किया । मस्जिदों और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को दान देने का आग्रह कर प्रत्यक्ष तथा ऑनलाइन पैसा एकत्र किया गया । इसके लिए ३ सहस्र बैंक खातों का प्रयोग किया गया ।

लोगों को ‘क्यूआर कोड’ और बैंक खातों की जानकारी देकर पैसे भेजने का आह्वान किया गया । इस माध्यम से जमा हुए पैसे का प्रयोग हथियार खरीदने और आतंकवादी निर्माण करने के लिए किया जा रहा है । इस ब्योरे में संबंधित संगठन का नाम नहीं लिखा गया है, तो भी ‘इंडियन एक्सप्रेस’ इस अंग्रेजी समाचार पत्र ने यह संगठन अर्थात ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पी.एफ.आई.) होने की बात बताई है । इस जिहादी आतंकवादी संगठन पर पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगाया है । इन पैसों से नियमित आय होने के लिए भूमि खरीदना-बेचना तथा अन्य व्यवसायों में यह पैसा लगाया गया है । इस प्रकरण में ८ आतंकवादियों को बंदी बनाकर उनके विरोध में अपराध प्रविष्ट करने के साथ ही उनके पास से साढे तीन करोड रुपए जब्त किए जाने की वार्ता ‘एफ.ए.टी.एफ.’ के ब्योरे में प्रकाशित की गई है ।

संपादकीय भूमिका

‘आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता’, ऐसा चिल्लाने वाले कांग्रेसी ‘भगवा आतंकवाद’ के नाम से हिन्दुओं को अपराधी ठहराते हैं । अब हिन्दुओं को ‘एफ.ए.टी.एफ.’ के इस ब्योरे पर कांग्रेसियों से जवाब मांगना चाहिए ।