देहली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में गुरुपूर्णिमा महोत्सव !

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा उत्तर भारत में गुरुपूर्णिमा महोत्सव भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया !

देहली – हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा देहली के कालका जी के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर (सनातन धर्म मंदिर), नोएडा (उत्तर प्रदेश) के सेक्टर ५६ के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, फरीदाबाद (हरियाणा) की श्री सनातन धर्म मंदिर सभा एवं भीलवाडा (राजस्थान) की भारत विकास परिषद भवन में भावपूर्ण वातावरण में गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया गया । इन महोत्सवों में देहली में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी एवं सर्वाेच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने; नोएडा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नोएडा संपर्कप्रमुख सुरेंद्र सिंह चौहान एवं हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने; फरीदाबाद में लेखक एवं प्रकाशक मेजर सरस त्रिपाठी (सेवा निवृत्त) तथा समिति की श्रीमती संदीप कौर मुंजाल ने; तथा भीलवाडा में भारत विकास परिषद के राजस्थान-मध्य प्रदेश अध्यक्ष श्री. गोविंद प्रसाद सोडानी एवं समिति के श्री. आनंद जाखोटिया ने मार्गदर्शन किया ।

ग्रंथ का लोकार्पण करते बाईं ओर से अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन एवं सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

महोत्सव के आरंभ में श्री व्यास पूजन तथा हिन्दू जनजागृति समिति के प्रेरणास्रोत प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमा का पूजन किया गया । उपस्थित जिज्ञासुओं को अध्यात्म का महत्त्व विशद करनेवाली दृश्यश्रव्य-चक्रिका (वीडियो सीडी) दिखाई गई ।

धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना ही हिन्दुओं की सभी समस्याओं का एकमात्र उपाय है ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय

अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन

आज संपूर्ण सनातन हिन्दू समाज लव जिहाद, गोहत्या, मंदिरों का सरकारीकरण, वक्फ कानून, प्रार्थनास्थल कानून, हलाल प्रमाणपत्र की अनिवार्यता जैसी सहस्रों समस्याओं का सामना कर रहा है । ऐसे में इस देश को धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की ओर ले जाना ही इन समस्याओं का एकमात्र उपाय है तथा शीघ्रातिशीघ्र उसकी नींव रखना आवश्यक है, सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने देहली में आयोजित गुरुपूर्णिमा महोत्सव में मार्गदर्शन किया । उन्होंने आगे कहा, ‘हिन्दू विवाह कानून १९५५ बनाने से पूर्व तथा उसे क्रियान्वयन करने से पूर्व हिन्दू धर्मगुरुओं, शंकराचार्याें तथा संतों के साथ विचारविमर्श नहीं किया गया; परंतु आज विधि आयोग समान नागरिक संहिता कानून के लिए समाज से सूचनाएं मांग रहा है ।’

हम सभी धर्मरक्षा के लिए प्रतिबद्ध होंगे ! – सुरेंद्र सिंह चौहान, संपर्क प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, नोएडा

आज के समय में सर्वत्र हिन्दू धर्म पर आक्रमण बढे हैं । उनका सामना करने के लिए धर्महित का कार्य करना हम सभी का दायित्व है; इसलिए आज गुरुपूर्णिमा के दिन हम धर्मरक्षा के लिए प्रतिबद्ध होने का संकल्प लेंगे ।

हिन्दू लडकियों में ‘लव जिहाद’ के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न होना आवश्यक ! – मेजर सरस त्रिपाठी (सेवानिवृत्त), लेखक तथा प्रकाशक

मेजर सरस त्रिपाठी

आज के समय में समाज में अनेक अनिष्ट घटनाएं हो रही हैं । हिन्दू लडकियों में ‘लव जिहाद’ जैसी गंभीर समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न होनी चाहिए । इसके लिए हमारी लडकियों में जागृति लाने की आवश्यकता है । सभी अभिभावक अपने बच्चों के साथ भोजन कर उनके साथ धर्म पर चर्चा कर उनका उद्बोधन करें, साथ ही समाज में बढ रहे असामाजिक तत्त्वों के षड्यंत्र के विषय में उनमें जागृति लाएं । हमारी प्रत्येक कृति बच्चों एवं समाज को प्रेरणा देती है । इसलिए आज हिन्दू समाज में अधिकाधिक जागृति लाने की आवश्यकता है ।

कार्यक्रम में उपस्थित मान्यवर

हिन्दू संस्कृति आत्मसात करने से जीवन सार्थक होगा ! – गोविंद प्रसाद सोडानी, राजस्थान, मध्यप्रांत अध्यक्ष, भारत विकास परिषद

हमने अपनी हिन्दू संस्कृति आत्मसात की, तो उससे हमारा जीवन सार्थक होगा । संस्कृति का पालन करने से निश्चित रूप से हमें ऊर्जा मिलती है । गाय, तुलसी एवं मंदिर की परिक्रमा करने से हमें ऊर्जा मिलती है । आज के समय में यह ऊर्जा आधुनिक यंत्रों के द्वारा नापी जा सकती है; इसलिए हमारी भारतीय संस्कृति की वैज्ञानिकता को समझकर उसे स्वीकार करना चाहिए । हमारी मातृभाषा पर आक्रमण करनेवाले अनेक बाहरी शब्दों का प्रयोग प्रयासपूर्वक रोकना पडेगा । हिन्दू जनजागृति समिति ज्ञानदान कर रही है । उनके कार्यकर्ता समाज के लिए अपना समय दे रहे हैं । ऐसे संगठन में सम्मिलित होकर हमें भी योगदान देना चाहिए ।

विशेष उपस्थित मान्यवर

१. देहली के कार्यक्रम में अधिवक्ता रविशंकर उपस्थित थे ।

२. नोएडा के कार्यक्रम में सनातन के संत पू. संजीव कुमारजी, सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता मणि मित्तल, अधिवक्ता बिपिन बिहारी सिंह, श्री. राम शरण गौर, श्री. अजयजी, सुनीता दुर्राणी एवं लक्ष्मीनारायण मंदिर समिति के श्री. ओ.पी. गोयल उपस्थित थे ।

३. फरीदाबाद के कार्यक्रम में सनातन की संत पू. (श्रीमती) माला कुमारजी की वंदनीय उपस्थिति थी । साथ ही ‘एन.आई.टी., फरीदाबाद’ के सामाजिक कार्यकर्ता श्री. संजय महेंद्रू उपस्थित थे ।


गुरुपूर्णिमा स्मारिका का लोकार्पण करते सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी

वाराणसी (उ.प्र.) – यहां के नाटी इमली स्थित वैश्य मंडपम में गुरुपूर्णिमा का आयोजन हुआ । हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सदगुरु नीलेश सिंगबाळजी का सत्कार सी.ए. श्री. मुकेश श्रीवास्तव के द्वारा किया गया । सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी के हस्त कमलों द्वारा गुरुपूर्णिमा स्मरणिका तथा ‘सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजीद्वारा की गुरुसेवा एवं उनका शिष्यत्व’ ग्रंथ का लोकार्पण हुआ । इस कार्यक्रम में २०० श्रद्धालु उपस्थित थे । इस समय ज्ञानवापी हिन्दू पक्ष के पैरोकार एवं मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि के वादी डॉ. सोहनलाल आर्य ने उनके ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन के संघर्ष का अनुभव कथन किया । साथ ही मंदिर संस्कृति रक्षा विषय पर भी उपस्थित लोगों का प्रबोधन किया ।

वाराणसी, गांगकला (भट्टा बाजार) – यहां गुरुपूर्णिमा महोत्सव में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा वक्ता श्री. राजन केशरी का सत्कार हितचिंतक श्री. सुगरेम पटेल ने किया ।

लखनऊ – लोकभारती के सह व्यवस्थापक श्री. कमलेश कुमार गुप्ता ने धर्माचरण के लाभ, हिन्दू धर्मानुसार साधना करने का महत्त्व एवं हिन्दुत्व के लिए किए कार्य का अनुभवकथन किया । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रशांत वैती ने उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन कर हिन्दू धर्म की विविध समस्याएं जैसे मंदिर सरकारीकरण, लव जिहाद, हलाल जिहाद इत्यादि के बारे में जनजागरण किया ।

अयोध्या – सरयू विहार कॉलोनी, वजीरगंज में आयोजित गुरुपूर्णिमा में श्रीमती सरोज पांडेय ने हिन्दू राष्ट्र लाने के लिए सभी कैसे प्रयास कर सकते हैं, इसके बारे में उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया ।

सैदपुर – यहां श्रीमती रीता पाठक ने उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया ।

भदोही – यहां के औराई रोड स्थित सेलिब्रेशन पैलेस में गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया गया ।

हितचिंतक डॉ. शालिनी गुप्ता ने कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सनातन संस्था की श्रीमती प्राची जुवेकर का सत्कार किया । श्रीमती प्राची जुवेकर ने उपस्थितों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि गुरु के निर्गुण रूप की सेवा अर्थात धर्मप्रसार ही साधक के लिए कालानुसार आवश्यक कार्य है ।

क्षणिकाएं :

१. देहली का कार्यक्रम में हिन्दी भाषा के ग्रंथ ‘परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की साधकों को अनुभव हुई विशेषताएं’ का लोकार्पण किया गया । यह लोकार्पण अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन एवं सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी के करकमलों से किया गया ।

२. वाराणसी के सनातन प्रभात के पाठक श्री. लवकुश कुशवाहा ने जनरेटर हेतु डीजल की व्यवस्था की ।

३. हिन्दू जनजागृति समिति कार्य अच्छा है, इसमें सभी को अपना योगदान देना चाहिए ! – श्रीमती सीता साहू

४. सैदपुर के श्री. मनोज जायसवाल ने निःशुल्क हॉल और जनरेटर दिया ।


पटना (बिहार) – आरा के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. आशुतोष चतुर्वेदी ने हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता पूरे विश्व को है, इस विषय में बताया ।
मुजफ्फरपुर (बिहार) – बाबा गरीबनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी महंत विनय पाठक ने बताया कि ‘‘हलाल अर्थव्यवस्था के माध्यम से देश को आर्थिक हानि से बचाने के लिए जो जनजागरण का कार्य हिन्दू जनजागृति समिति कर रही है, वह उल्लेखनीय है ।’’

समस्तीपुर (बिहार)- हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा श्री. गुरुराज प्रभु ने मंदिरों के सरकारीकरण और वक्फ बोर्ड को दिए गए अमर्यादित अधिकारों के बारे में बताया । सनातन प्रभात का महत्त्व बताया ।

गया (बिहार)- भारत सेवाश्रम संघ के स्वामी ध्यानेशानंद जी ने कहा कि ‘‘धर्मांतरण तीव्र गति से हो रही है, इसके लिए हम सभी को संगठित होकर कार्य करना होगा ।’’ हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा श्री. रंजीत प्रसाद ने ‘वर्तमान में हिन्दू धर्म की दुःस्थिति’ के बारे में बताया ।

धनबाद (झारखंड) – गुरुपूर्णिमा उत्सव में तरुण हिन्दू के संस्थापक, डॉ. नील माधव दास की वंदनीय उपस्थिति थी । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री गोपाल सिंह ने उनका सत्कार किया ।

कतरास (झारखंड) – यहां पू. प्रदीप खेमकाजी एवं पू. (श्रीमती) सुनीता खेमकाजी की वंदनीय उपस्थिति थी । इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में शास्त्र धर्म प्रचार सभा के उपसचिव पू. डॉ. शिवनारायण सेनजी उपस्थित थे ! हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. श्रवण अग्रवाल ने उनका सत्कार किया ! शास्त्र धर्म प्रचार सभा के श्री. सोबन सेन गुप्ता एवं इनके साथ डॉ. कौशिक चंद्र मल्लिक की भी उपस्थिति थी ।

इस समय सनातन संस्था के ‘परब्रह्म डॉ. आठवलेजीकी समष्टि साधना एवं आध्यात्मिक अधिकार’ ग्रंथ का लोकार्पण पू. डॉ. शिवनारायण सेनजी के शुभ हस्तों किया गया । साथ ही हिन्दू जनजागृति समिति (पूर्व-पूर्वोत्तर राज्य) द्वारा प्रकाशित ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव स्मारिका’ का भी लोकार्पण हुआ ।

रांची (झारखंड) – गुरुपूर्णिमा महोत्सव में झारखंड-बिहार प्रदेश माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष श्री. राजकुमार मारू उपस्थित थे । उनका सत्कार प्रसिद्ध उद्योगपति श्री. चंद्रकांत रायपत ने किया । साथ ही माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष श्री. किशन साबू एवं पूर्व अध्यक्ष श्री. शिवशंकर साबू की वंदनीय उपस्थिति थी ।

हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्य समन्वयक श्री. शंभू गवारे ने सभी से इस वर्ष की गुरुपूर्णिमा के अवसर पर ईश्वरीय राज्य की स्थापना हेतु कार्य करने का आवाहन किया !

कोलकाता (बंगाल) – गुरुपूर्णिमा महोत्सव में अंजनी पुत्र सेना के ऑनरेरी सेक्रेटरी श्री. सुरेन्द्र कुमार वर्मा भी उपस्थति थे । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. नीरज साहा ने उनका सत्कार किया ।

इंदौर (म.प्र) – यहां के मित्र मेला संगठन के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता गोविंद बैस ने ‘लव जिहाद’ एवं ‘लैंड जिहाद’ के विषय में बताया एवं संगठित होकर इन सभी जिहाद का विरोध करने का आवाहन किया । उन्होंने समिति के बारे में बताया कि ‘‘हिन्दू जनजागृति समिति ज्ञानदान कर रही है ।’’

उज्जैन (म.प्र) – यहां के दबंग हिन्दू सेना के सहसंस्थापक श्री. ललित परमार ने बताया कि ‘‘धर्म को जीवित रखने के लिए धर्महानि रोकनी होगी । आज महाकाल मंदिर के निकट जो मांस की दुकानें हैं, वह हटानी चाहिए । ऐसी अनेक धर्महानि की घटना में हमें संगठित रूपसे कार्य करना होगा ।’’

भोपाल (म.प्र) – यहां के धर्मरक्षक संगठन के संस्थापक श्री. विनोद यादव ने सभी को संबोधित करते हुए ‘लव जिहाद’ एवं उसके माध्यम से हो रहे धर्मांतरण के विषय में बताया ।

ग्वालियर (म.प्र) – यहां के प्राकृतिक एवं योग चिकित्सक श्री. मेघदूत परचुरे ने इतिहास के बारे में बताया कि ‘‘मुगलों ने आक्रमण कर हमारे मंदिर, मठों पर आघात कर हिन्दुओं को धर्मपरिवर्तित किया है । अभी भी स्थिति ऐसे ही देखने को मिल रही है ।’’ उन्होंने इस स्थिति में परिवर्तन करने के लिए हिन्दुओं को एकजुट होकर प्रयास करने के लिए प्रेरित किया ।

क्षणिकाएं : 

१. पटना के आचार्य अशोक मिश्र ने प्रसाद की व्यवस्था की ।

२. धनबाद के राजकमल सरस्वती विद्यामंदिर विद्यालय के न्यासी श्री. विनोद तुलस्यान ने सभा भवन नि:शुल्क उपलब्ध करवाया ।