उपविभागीय जिलाधिकाारियों द्वारा पूछताछ के आदेश
खांडवा (मध्यप्रदेश) – यहां के ‘सेंट पॉयस सीनियर सेकेंडरी स्कूल’ विद्यालय में हिन्दू विद्यार्थियों को बकरीद के दिन नमाजपठन एवं ‘कलमा’ (अल्लाह के अतिरिक्त अन्य कोई महान नहीं, ऐसे आशय का वाक्य) पठन करवाया गया, ऐसी घटना सामने आई । विश्व हिन्दू परिषद द्वारा किए हुए परिवाद के उपरांत उपविभागीय दंडाधिकारी ने पूछताछ का आदेश दिया है । जिला शिक्षाधिकारी पी.एस्. सोलंकी ने कहा, ‘इस संदर्भ में विद्यालय को कारण दिखाओ नोटिस दी गई है ।’ विहिंप नेे इस विद्यालय की मान्यता रहित करने की मांग की है ।
(सौजन्य : CNN-News18)
१. विद्यालय के मुख्याध्यापक ने कहा कि हम देश के सभी त्याेहार मनाते हैं । (त्योहार मनाना अलग और बच्चों से नमाजपठन करवाना अलग बात है । मुसलमान विद्यार्थियों द्वारा गीतापठन करवाया होता, तो क्या हुआ होता’, इसका विचार विद्यालय के व्यवस्थापन मंडल काे करना चाहिए ! – संपादक) इसके अंतर्गत ही बकरीद का कार्यक्रम किया गया था । प्रार्थना के समय सभी विद्यार्थियों के साथ बकरीद मनाई गई ।
Khandwa: Missionary school that prohibits Kalawa and Tilak on campus organizes Kalma and Namaz to celebrate Eid, Hindu groups protesthttps://t.co/BoodWxQ5bb
— OpIndia.com (@OpIndia_com) June 30, 2023
२. विहिंप के जिलामंत्री अनिमेष जोशी का कहना है कि यह विद्यालय धर्मांतर के संदर्भ में सदैव ही वादग्रस्त रहा है । इससे पूर्व विद्यालय में युवकों के सम्मेलन के उपलक्ष्य में ५०० से भी अधिक पिछडी जातियों के विद्यार्धियों को ईसाई धर्म की दीक्षा देने के लिए लाया गया था । तब हिन्दू संगठनों ने इसका विरोध किया था ।
संपादकीय भूमिकाकॉन्वेंट विद्यालय में कभी हिन्दुओं के त्योहार मनाए जाते हैं क्या ? ‘क्या माता-पिता को ऐसे विद्यालयों में अपने बच्चे भेजने चाहिए ?’इसका विचार हिन्दू अभिभावकों को गंभीरता से करना आवश्यक ! |