छत्रपति संभाजीनगर का नाम पुनः ‘औरंगाबाद’ करने के लिए आरंभ भूख हड़ताल में दिखे औरंगजेब के भित्तिपत्र ! सांसद इम्तियाज जलील का श्रृंखलाबद्ध अनशन !

सांसद इम्तियाज जलील का श्रृंखलाबद्ध अनशन !

भूख हड़ताल में औरंगजेब के भित्तिपत्र 

संभाजीनगर (महाराष्ट्र) – ‘औरंगाबाद’ जनपद का नाम बदलकर ‘छत्रपति संभाजीनगर’ करने का निर्णय राज्य और केंद्र सरकार ने लिया; परंतु अब इसका विरोध एम.आय.एम. दल कर रहा है । इस निर्णय के विरुद्ध छत्रपति संभाजीनगर का नाम पुनः औरंगाबाद किया जाए, इस मांग के लिए सांसद जलील ४ मार्च से यहां के जिलाधिकारी कार्यालय के सामने श्रृंखला अनशन कर रहे हैं । (जिन्हें हिन्दूद्वेष का पीलिया रोग हो गया हो, ऐसे एम.आय.एम. दल के सांसद से दूसरी अपेक्षा क्या की जा सकती है ? – संपादक) इस अनशन में एम.आय.एम. दल के पदाधिकारी समेत कार्यकर्ता भी सम्मिलित हैं । इस अनशन में कुछ लोग हाथों में, ‘आय लव्ह औरंगाबाद’ नाम का फलक लेकर भी सम्मिलित हुए हैं । ‘राजनीति के चलते शहर का नाम बदला गया है’, ऐसा आरोप जलील ने किया है । अनशन स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है ।

इम्तियाज जलील ने कहा कि यह श्रृंखला अनशन कबतक चलेगा, यह बतापाना संभव नहीं । अनशन के लिए आए लोग सर्वसामान्य औरंगाबाद के ही निवासी हैं । ‘औरंगाबाद का नाम, औरंगाबाद ही रहना चाहिए’, यह इनकी भावना है । हम किसी प्रकार की राजनीति नहीं कर रहे हैं । यह हमारा शहर है । इसके साथ हमारी भावनाएं जुड़ी हैं । ‘हमारे शहर का नाम देहली और मुंबई में बैठकर नहीं बदला जा सकता’, यह हमारा सरकार से कहना है । देश में लोकतंत्र है । आपकी तानाशाही नहीं चलेगी । हमें नामांतरण मंजूर नहीं है । (औरंगाबाद की भांति मुगलों द्वारा दिए गए सभी शहरों, गांवों और मार्गों के नाम बदले जाएं, यह पूरे देश की जनभावना है, यह बात जलील समझ लें ! – संपादक)

(सौजन्य : News18 Lokmat)

संपादकीय भूमिका

  • छत्रपति संभाजी महाराज की अत्यंत बर्बरता से हत्या करनेवाला, लाखों हिन्दुओं की निर्मम हत्या का अपराधी तथा हजारों मंदिरों का विध्वंस करनेवाला औरंगजेब, इस इम्तियाज जलील को कितना ‘प्रिय’ है, यह इस अनशन से स्पष्ट हो गया है । ऐसे भित्तिपत्रक चिपकाने वालों पर पुलिस कब कार्रवाई करेगी ?
  •  भारत में नगरों-गांवों को आक्रांता मुगलों के दिए हुए नाम तुरंत बदलने के लिए हमारे शासकों द्वारा प्रयत्न होना आवश्यक !