पुणे – हिन्दू धर्म सर्वधर्मसमभाव को माननेवाला धर्म है, किसी को भी हीन न माननेवाला तथा किसी प्रकार का भेदभाव न करनेवाला धर्म है; परंतु ऐसा होते हुए भी हम कितनी बार विश्वासघात सहन करें ? आज की स्थिति में हिन्दू समाज को एकत्रित करना महत्त्वपूर्ण है । हमें सभी से प्रेमपूर्वक व्यवहार करना चाहिए, यह बात तो हमें स्वीकार्य है; परंतु उसके लिए हमें शेष तो बचना चाहिए । अतः इस बार के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल का विचार किए बिना हमारे हिन्दू धर्म की रक्षा करनेवाले प्रत्याशियों को मतदान करें, ऐसा आवाहन ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास अयोध्य’के कोषाध्यक्ष प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज ने किया । विश्व हिन्दू परिषद पुणे महानगर की ओर से स.प. महाविद्यालय के ‘लेडी रमाबाई हॉल’में आयोजित ‘संत संगम’ कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसर पर भंते हर्षवर्धन शाक्य, ज्ञानी अमरजीत सिंह, ह.भ.प.चिदंबरेश्वर साखरे महाराज, १००८ किन्नर अखाडे की महामंडलेश्वर दीपाजी नंदगिरी जगावली माताजी, श्री महानुभव पंथ के रविराज दादा पंजाबी आदि उपस्थित थे ।
प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज ने आगे कहा कि हमारे देश में समान नागरिक संहिता कानून बनना आवश्यक है, साथ ही इस देश में छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों पर चलना चाहिए । संतश्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराजजी का पसायदान (विश्वकल्याण हेतु ईश्वर से की गई प्रार्थना) ही हिन्दुत्व का घोषणापत्र है ।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक करते हुए पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत मंत्री किशोर चव्हाण ने कहा कि जब तक इस देश में हिन्दू बहुसंख्यक हैं, तब तक ही यह देश एवं संविधान सुरक्षित रहेंगे । हमारा यह उपक्रम सर्वसामान्य नागरिकों में यह भान उत्पन्न होने हेतु ही है । (२६.१०.२०२४)