बांगलादेश के नेता तारिक रहमान (कहते हैं) ‘हिन्दू धर्म के ग्रंथ कोई भी नैतिक शिक्षा नहीं देते !’

बांगलादेश के नेता तारिक रहमान का हिन्दू विरोधी विधान !


ढाका (बांगलादेश) – हिन्दू धर्म के ग्रंथ कोई भी नैतिक शिक्षा नहीं देते हैं, ऐसा विधान बांगलादेश के ‘बांगलादेश गोनो राइट्स काउन्सिल’ के नेता और ‘जमात-ए-इस्लामी’ के प्रमुख नुरूल हक नूर के सहायक तारिक रहमान ने किया है । उसने हिन्दुओं के धर्मग्रंथों को ‘अश्लील’ कहा है । उन्होंने यह विधान सामाजिक माध्यम से सीधे प्रसारित हो रहे कार्यक्रम में किया ।

बांगलादेश के स्थानीय प्रसार माध्यमों ने दावा किया है कि, तारिक रहमान का वीडियो प्रसारित होने के उपरांत कुछ रोहिंग्या नेताओं की हत्या की गई है । वर्ष २०२१ में दुर्गापूजा के समय बांग्लादेश में हिन्दुओं पर आक्रमण किए गए थे । इसके पीछे नुरूल हक नूर का हाथ होने की बात कही जाती है ।

संपादकीय भूमिका

हिन्दू कभी भी अन्य धर्मों के ग्रंथ पर ऐसी टिप्पणी नहीं करते; लेकिन अन्य धर्म वाले हमेशा ही हिन्दुओं के धर्मग्रंथों पर टिप्पणी करते हैं, इसी को धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी सर्वधर्मसमभाव कहते हैं, यह ध्यान में लें !