Biden Honours George Soros : भारतविरोधी अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस को मिलेगा अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान !

बाइडन सरकार का निर्णय

वॉशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन व्हाइट हाउस में १९ लोगों को प्रतिष्ठित ‘प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम’ देकर सम्मानित करेंगे। यह अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इस सूची में कट्टर भारत-विरोधी अरबपति जॉर्ज सोरोस का भी नाम सम्मिलित है। उनके अलावा, अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री और २०१६ में डोनाल्ड ट्रंप के विरुद्ध राष्ट्रपति चुनाव में खड़ी हुईं हिलेरी क्लिंटन, और विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर लियोनेल मेसी समेत अन्य नाम भी इस सूची में हैं।

“सोरोस ने लोकतंत्र, मानवाधिकार और सामाजिक न्याय को दृढ़ करने वाले संस्थानों का समर्थन किया!”  – व्हाइट हाउस का दावा

व्हाइट हाउस ने जॉर्ज सोरोस को पुरस्कार देने के संदर्भ में स्पष्ट किया है कि उन्होंने लोकतंत्र, मानवाधिकार, शिक्षा और सामाजिक न्याय को दृढ़ करने वाले संस्थानों का वैश्विक स्तर पर समर्थन किया है। इसलिए उन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा है।

कौन हैं जॉर्ज सोरोस ?

सोरोस एक अमेरिकी अरबपति और साम्यवादी विचारक हैं। उन पर भारत सरकार को अस्थिर करने के लिए विपक्ष के साथ षड्यंत्र रचने के कई आरोप लगे हैं। ९४ वर्षीय सोरोस पर दुनिया के कई देशों की राजनीति और समाज पर प्रभाव डालने के लिए नीतियां बनाने का आरोप है। उनकी ‘ओपन सोसायटी फाउंडेशन’ ने १९९९ में पहली बार भारत में प्रवेश किया। अगस्त २०२२३ में ‘म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन’ में दिए गए बयान में सोरोस ने कहा था कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी लोकतांत्रिक नहीं हैं। उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून और अनुच्छेद ३७० हटाने के फैसलों पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की थी।

‘प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम’ किसे दिया जाता है ?

यह प्रतिष्ठित अमेरिकी पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने अमेरिका की समृद्धि, मूल्यों, वैश्विक शांति, या सामाजिक और सार्वजनिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। व्हाइट हाउस के अनुसार, यह पुरस्कार ऐसे उत्कृष्ट व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने देश और दुनिया के लिए असाधारण योगदान दिया है। (‘अमेरिका के लिए असाधारण योगदान’ का मतलब है, भविष्य में अमेरिका के लिए चुनौती बनने वाले देशों के विरुद्ध विभिन्न षड्यंत्र रचकर उन्हें सफलतापूर्वक लागू करना! – संपादक)

संपादकीय भूमिका 

  • जॉर्ज सोरोस भारत, और खासकर हिंदू-विरोधी हैं। उन्होंने भारत को अस्थिर करने के लिए भारत-विरोधी ‘इकोसिस्टम’ (तंत्र) को सक्रिय करने हेतु हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं। अमेरिकी सरकार का उन्हें सर्वोच्च सम्मान देने का निर्णय, अमेरिका के भारत-विरोध को उजागर करता है !
  • क्या भारत सरकार इस पर प्रश्न उठाने का साहस दिखाएगी कि भारत-विरोधी अरबपति को अमेरिका ऐसा पुरस्कार कैसे दे सकता है ?