हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने आगरा (उत्तर प्रदेश) के हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता से की भेंट !

दाईं ओर हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता और उनकी पत्नी श्रीमती सुमन गुप्ता (बीच में) को हिन्दी ‘सनातन पंचांग’ भेंट देते सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

    आगरा (उत्तर प्रदेश) – हिन्दू जनजागृति समिति का उत्तर भारत में हिन्दू राष्ट्र संपर्क अभियान जारी है । इसके अंतर्गत समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने आगरा के हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुमन गुप्ता से भेंट की ।

यदि मन को नियंत्रित करना है, तो मानव को अध्यात्म की ओर ही मुडना होगा ! – सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी

     भारत को स्वतंत्रता देते समय अंग्रेजों ने शिक्षा व्यवस्था के माध्यम से अर्थार्जन करनेवाली जनता का निर्माण किया । इससे भारत की युवा पीढी विदेश में जाने लगी; परंतु अंग्रेजों ने हिन्दू धर्मग्रंथों का अध्ययन एवं चिंतन कर उसमें समाहित सर्व ज्ञान आधुनिक भाषा में अनुवादित कर लिया । वे इस बात का स्वीकार करते हैं कि इस ज्ञान का प्रमुख स्रोत उनके पास नहीं; अपितु भारत के पास है । परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने कहा है कि मानव द्वारा बुद्धि विज्ञान को समर्पित करने से विज्ञान प्रगति कर सका; परंतु मानव की इच्छा, अपेक्षा एवं दुःखों के कारण बढ गए हैं । यदि मन को नियंत्रित करना है, तो अध्यात्म की ओर ही मुडना पडेगा और साधना करनी पडेगी ।

अब समाज को जागृत कर एकसंघ करने का उचित समय आ गया है ! – डॉ. राजकुमार गुप्ता

     हिन्दू जनजागृति समिति का कार्य बहुत अच्छा एवं व्यापक है । अब समाज को जागृत कर एकसंघ करने का उचित समय आ गया है । मैं आपके साथ हूं । सर्व आधुनिक चिकित्सकों का एक व्यासपीठ बनाकर यह विचार वहां प्रस्तुत करने के साथ ही क्रियाशील योजना का आयोजन करना चाहिए । इसके लिए हम भी प्रयास कर रहे हैं । यदि आगरा में कोई कार्यक्रम हो, तो आपको अवश्य बुलाएंगे ।