‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ परिषद में हिन्दू विरोधी प्रचार’ विषय पर आयोजित विशेष संवाद !
मुंबई – अमेरिका में आयोजित ‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ परिषद में तथाकथित अध्ययनकर्ताओं ने हिन्दू धर्म की वर्ण, जातिव्यवस्था इत्यादि के विषय में संभ्रम का वातावरण निर्माण करने का प्रयास किया । धर्मांतरण के उद्देश्य से ब्रिटिश मिशनरियों ने ब्राह्मणवाद को जन्म दिया और उसमें वृद्धि करने का कार्य ऐसी हिन्दू विरोधी परिषदें कर रही हैं । ‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ परिषद आयोजित करने के पूर्व आयोजकों ने हिन्दू धर्म के विषय में विभिन्न भ्रम फैलाकर बार-बार अपनी भूमिका में परिवर्तन किया । ऐसे झूठ फैलानेवालों पर विश्वास न रख, पूर्ण विश्व के हिन्दू बन्धुओं को हिन्दू धर्म का प्रसार बडी मात्रा में करना चाहिए । पूरे विश्व के हिन्दुओं द्वारा हिन्दू धर्म की उचित सैद्धांतिक भूमिका प्रस्तुत करने के कारण, साथ ही हिन्दुओं के हजारों वर्षाें का मानवता और विश्व के लिए पूरक इतिहास समाज को बताने के कारण अमेरिका की ‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ परिषद विफल हुई, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्र्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित ‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ परिषद में हिन्दू विरोधी प्रचार !’ इस ऑनलाइन विशेष संवाद में वे बोल रहे थे ।
इस विशेष संवाद में ‘इशित्व फाउंडेशन’ की संचालिका आरती अग्रवाल, मनोचिकित्सक और लेखक डॉ. रजत मित्रा तथा ऑस्ट्रेलिया के विचारक डॉ. यदु सिंह सहभागी हुए । इस कार्यक्रम का सूत्रसंचालन हिन्दू जनजागृति समिति के सर्वश्री कार्तिक साळुंके और मिलिंद धर्माधिकारी ने किया । इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण १ हजार ८०० से अधिक लोगों ने देखा ।
हिन्दू विरोधी परिषदों द्वारा ‘हिन्दुत्व’ का अयोग्य चित्र निर्माण करने का प्रयास ! – आरती अग्रवाल, संचालिका, इशित्व फाउंडेशन
इस हिन्दू विरोधी परिषद से उन्हें ‘हिन्दुत्व’ का ऐसा अनुचित चित्रण करना था कि हिन्दुओं का इतिहास में हुआ नरसंहार उचित था, साथ ही आगे होनेवाला नरसंहार भी उचित ही होगा । वर्तमान में पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दू युवतियों पर अत्याचार किए जा रहे हैं । गांव, बस्तियां जलाई जा रही हैं । हिन्दुओं पर अनगिनत अत्याचार करने पर भी मानवाधिकार के संरक्षक उनकी ओर ध्यान न दें, ऐसी स्थिति उन्हें निर्माण करनी है ।
हिन्दुओं के शौर्यजागृति करनेवाले इतिहास की सीख हिन्दू युवा पीढी को देना आवश्यक ! – डॉ. रजत मिश्रा, मनोचिकित्सक और लेखक
इस हिन्दू विरोधी परिषद द्वारा केवल हिन्दू विरोधी पक्ष प्रस्तुत कर उसे ही ‘सत्य’ बताने का प्रयास किया गया । विविध विद्यापीठों ने एकत्रित रूप से हिन्दू धर्म को एक संकट घोषित कर हिन्दुओं की आवाज दबाने का प्रयास किया । विदेशों में हमारे अनेक हिन्दू युवक-युवतियां शिक्षा ले रहे हैं । ‘हिन्दुओं ने संघर्ष कर विविध आक्रमणों से हिन्दू धर्म की रक्षा कैसे की ?’, इस इतिहास की व्यापक स्वरूप में शिक्षा हिन्दू युवा पीढी को देनी चाहिए, साथ ही उन्हें हिन्दू धर्म के प्रति अपने कर्तव्य का बोध करवाना चाहिए ।
पूरे विश्व के हिन्दुओं द्वारा किए गए संगठित प्रतिकार के कारण हिन्दू विरोधी परिषद असफल ! – डॉ. यदु सिंह, विचारक, ऑस्ट्रेलिया
‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ परिषद के आयोजक और वक्ता केवल हिन्दू धर्मविरोधी नहीं; अपितु नक्सलवादियों के समर्थक तथा भारतीय सैनिकों का विरोध करनेवाले देशद्रोही ही हैं । इस परिषद का पूरे विश्व के हिन्दुओं ने सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों द्वारा प्रतिकार किया । इस कारण उनका उद्देश्य सफल नहीं हुआ ।