पाकिस्तान के प्राध्यापक इश्तियाक अहमद का अपने ही देश पर करारा प्रहार !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने का काम खुद पाकिस्तान के प्राध्यापक इश्तियाक अहमद ने किया है । भारत के विभाजन सहित विभिन्न विषयों पर कई पुस्तकें लिखने वाले प्रा. अहमद ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को पहलगाम में हुए हमले के लिए उत्तरदायी ठहराया है । ‘हम (मुसलमान) हिन्दुओं से अलग हैं’ यह मुनीर का कथन अत्यंत भडकाऊ है । उनके इस कथन के कुछ ही दिन बाद आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों की हत्या की । प्रा. अहमद ने कहा है कि पाकिस्तान की असली सत्ता सेना प्रमुखों के हाथ में है ।
प्रा. इश्तियाक ने कहा कि ,

१. जनरल मुनीर ने एक बार फिर से द्विराष्ट्र सिद्धांत का समर्थन किया है । आंतरिक अराजकता से जनता का ध्यान भटकाने के लिए मुनीर ने यह कथन किया है ।
२. मेरी तरह अनेक लोग पाकिस्तान के भारत से संबंध सुधारने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे व्यापार आरंभ हो और पाकिस्तान की स्थिति सुधर सके ।
३. हमने भारत के विरुद्ध ४ युद्ध हारे हैं और एक इंच भी भारतीय भूमि प्राप्त नहीं कर सके । उल्टा हमने अपने ही देश (बांगलादेश) का विभाजन कर लिया ।
४. पाकिस्तान की फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनामी होगी और उसे ‘अराजकता फैलाने वाला देश’ कहा जाएगा । तहव्वुर राना को भी भारत लाया गया है और उससे ऐसी बातें उजागर करवाई जाएंगी, जिससे पाकिस्तान को बडी समस्याओं का सामना करना पडेगा ।
५. बलुचिस्तान के बाद अब सिंध के लोग भी विद्रोह कर रहे हैं । पूर्वोत्तर सीमा क्षेत्र पहले ही आतंकवाद की आग में जल रहा है । इसलिए ही जनरल मुनीर ने पाकिस्तान की जनता का ध्यान इन बातों से हटाने के लिए द्विराष्ट्र सिद्धांत को पुनः जीवित करने का प्रयास किया है ।
६. पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय भी मूर्ख है । वहां कोई भी व्यक्ति सक्षम नहीं है ।
चीन में इस्लाम का नाश हो रहा है, तब मुनीर चुप हैं !इससे स्पष्ट होता है कि पाकिस्तानियों का इस्लामप्रेम केवल ढोंग है और उनमें केवल हिन्दूविरोध भरा हुआ है ! प्रा. अहमद ने कहा कि पाकिस्तान को पडोसी देश भारत से संबंध नहीं रखने, परंतु चीन से क्या संबंध हैं ? क्या वह हमारे चाचा जैसा दिखता है ? चीन नास्तिक है और वहां से इस्लाम का नाश हो रहा है । मुनीर चीन के संदर्भ में चुप हैं और उन्होंने पाकिस्तान को फिर एक बार संकट में डाल दिया है । |
संपादकीय भूमिकाइस पर पाकिस्तान चुप क्यों है ? जो सत्य है, वही प्रा. अहमद ने निर्भयता से कहा है ! |