१९८० के दंगों के बाद मंदिर को बंद कर दिया गया था !
मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) – मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्थित गौरीशंकर मंदिर का जीर्णोद्धार प्रशासन द्वारा आरंभ कर दिया गया है । यह मंदिर लगभग ४४ वर्ष से बंद था । इस मंदिर में भगवान शिव की एक मूर्ति है । वर्ष १९८० में यहां हुए दंगों के पश्चात इस मंदिर को बंद कर दिया गया था । इस दंगे में मंदिर के पुजारी को धर्मांध मुसलमानों ने मारकर जला दिया था । इस दंगे में ८३ लोगों की मौत हो गई थी ।
१. इस पुजारी के पोते सेवाराम ने इस मंदिर की शिकायत कलेक्टर से की थी । उन्होंने शिकायत में कहा था कि मंदिर उनके परदादा भीमसेन ने बनवाया था तथा उसके बाद उनका परिवार ही इसमें पूजा करता था । १९८० के दंगों के उपरांत, मंदिर को बंद कर दिया गया एवं प्रवेश द्वार को दीवार से ढक दिया गया । अब लोग यहां नहीं जाते ।
२. इस मंदिर को खोलने की मांग को लेकर उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन भी किया था । इसके पश्चात मुरादाबाद नगर निगम और प्रशासन का दल मंदिर स्थल पर पहुंचा । उन्होंने मंदिर के सामने बनी दीवार को गिरा दिया तथा मंदिर में डाली गई मिट्टी को बाहर निकाला । बाद में यहां भगवान हनुमान की एक मूर्ति और एक शिवलिंग मिला । प्रशासन अब मंदिर का जीर्णोद्धार करा रहा है । शीघ्र ही यहां कार्य आरंभ हो जाएगा ।
३. इस संबंध में जांच रिपोर्ट पिछले वर्ष योगी आदित्यनाथ सरकार ने सार्वजनिक की थी । पहले दंगे की रिपोर्ट को गुप्त रखा गया था क्योंकि इससे असली दोषियों की पहचान हो सकती थी । मुस्लिम लीग के नेता शमीम अहमद एवं हमीद हुसैन तथा उनके समर्थकों ने दंगा किया । वह उत्तर प्रदेश में मुस्लिम लीग को पुनर्जीवित करना चाहते थे । उस समय कांग्रेस हाफ़िज मुहम्मद सिद्दीकी के नेतृत्व में कार्य कर रही थी ।
४. मुस्लिम लीग को इस हिंसा के लिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद और तब्लीग-ए-इस्लाम जैसे इस्लामी संगठनों से धन प्राप्त हुआ । दंगों से पहले के ३ महीनों में कई हिंसक घटनाएं हुई थीं । बढते तनाव का लाभ उठाकर मुस्लिम लीग तथा कांग्रेस नेताओं ने १३ अगस्त १९८० को ईद के दिन एक अफवाह के द्वारा दंगे कराए ।
संपादकीय भूमिकाकहां और किसके द्वारा हिन्दू मंदिर बंद किए गए, इस पर विचार करने पर पता चलता है कि भारत में मुसलमान नहीं, अपितु हिन्दू असुरक्षित हैं ! ऐसी घटनाओं को पुनः होने से रोकने के लिए, हिन्दुओं को संगठित तथा सतर्क रहना एवं हिन्दू सरकारों को मुसलमानों पर नियंत्रण रखना आवश्यक है ! |