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आलंदी (जिला पुणे), २९ सितंबर (समाचार) – आलंदी देवाची में आयोजित ‘वारकरी सम्मेलन’ में १ हजार से अधिक वारकरियों तथा कीर्तनकारों ने वारकरी संप्रदाय के साथ-साथ हिन्दू धर्म तथा देवताओं के विरुद्ध चल रहे षड्यंत्र को विफल करने का संकल्प लिया । इस समय आवाह्न किया गया कि प्रत्येक वारकरी ‘लव जिहाद’ के षड्यंत्र को विफल करने का प्रयास करे । सम्मेलन २८ सितंबर को आलंदी देवाची में प्रदक्षिणा मार्ग की फ्रूटवाली धर्मशाला में उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ ।
इस सम्मेलन में मुख्य वक्ताओं ने ‘हिन्दुत्व एवं राष्ट्र के समक्ष चुनौतियाँ एवं समाधान’ विषय पर मार्गदर्शन दिया । सम्मेलन का आयोजन हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा किया गया था । इस समय वारकरी शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों को पाठ्य-पुस्तकें वितरित की गईं ।
उपस्थित गणमान्यजन…
इस सम्मेलन में ह.भ.प. संग्राम बापू भंडारे महाराज, गुरुवर्य ह.भ.प. ज्ञानेश्वर शिंदे महाराज, गुरुवर्य ह.भ.प. ज्ञानेश्वर कदम महाराज (छोटे मौली), ह.भ.प. दत्तात्रेय चोरगे महाराज, ह.भ.प. दिगंबर महाराज नरावड़े, ह.भ.प. नवल महाराज, ह.भ.प. नामदेव महाराज वल्के, ह.भ.प. संजय महाराज उंद्रे, ह.भ.प. बाजीराव महाराज बांगर, ह.भ.प. संतोष आनंद महाराज, ह.भ.प. महेंद्र महाराज मस्के की मुख्य उपस्थिति रही, साथ ही ह.भ.प. कीर्तनकार-प्रवचनकार महाराज, वारकरी शिक्षण संस्थान के गुरुवर्य एवं वरिष्ठ साधक विद्यार्थी, हिन्दूप्रेमी एवं राष्ट्रप्रेमी नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
हिन्दू जनजागृति समिति हिन्दू धर्म पर हो रहे आक्रमण को विफल करने के लिए कार्य करती है ! – ह.भ.प. प्रकाश महाराज बोधले‘अखिल भारतीय वारकरी मंडल’ के संस्थापक अध्यक्ष ह.भ.प. प्रकाश महाराज बोधले ने कहा कि कई ‘मंडलों’ ने हिन्दू धर्म तथा हिन्दू तत्व ज्ञान की उपेक्षा करते हुए सत्ता, धन तथा प्रसिद्धि पाने के लिए अपना जीवन बिताया; परंतु हिन्दू जनजागृति समिति इसका अपवाद है । देश में पुलिस तथा सीमा पर सैनिक देश की रक्षा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हिन्दू जनजागृति समिति निष्काम धर्मप्रसार कर हिन्दू धर्म पर हो रहे आक्रमण को विफल करने का कार्य कर रही है । |
ऐसा सम्मेलन प्रत्येक ३ महीने में होना चाहिए ! – ह.भ.प. संग्राम बापू भंडारे महाराज
ह.भ.प. संग्राम बापू भंडारे महाराज ने कहा कि चूंकि आलंदी में आयोजित वारकरी सम्मेलन को वारकरियों से भारी प्रतिक्रिया मिली, इसलिए अब ऐसा सम्मेलन प्रत्येक ३ महीने में आलंदी में आयोजित किया जाना चाहिए । विदेशी आक्रमण, जिहाद तथा बड़े स्तर धर्मांतरण होने पर भी वारकरी संप्रदाय ने अपनी संस्कृति को बनाए रखा ।
हिन्दू तथा वारकरी भिन्न हैं ऐसा अपप्रचार किया जा रहा है ! – समीर दरेकर, हिन्दू संगठक तथा लेखक
धर्मद्रोही संप्रदायों द्वारा यह अपप्रचार किया जा रहा है कि हिन्दू तथा वारकरी भिन्न-भिन्न हैं । ईसाई लोग हिन्दुओं को हिन्दू नाम देकर उनका धर्म परिवर्तन कर रहे हैं । वारकरियों का कर्तव्य है कि वे दूसरे धर्मों में गए हुए हिन्दुओं को स्वधर्म में लाएं । वारकरियों को इससे सतर्क रहना चाहिए और धर्मांतरण का विरोध करना चाहिए ।
शहरी नक्सलवाद’ के षड्यंत्र को परास्त करें ! – सुनील घनवट, प्रांत संगठक, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़, हिन्दू जनजागृति समिति
भारत में २५ वर्षों में नक्सलियों ने १४ हजार से अधिक सैनिकों, पुलिस तथा राजनीतिक नेताओं की हत्या की है । ३२ वर्ष पूर्व कश्मीर में हुआ था हिंदुओं का नरसंहार; लेकिन पुरो(अधो)गामी तथा कम्युनिस्टों ने अपना मुंह नहीं खोला । ये संगठन शहरी नक्सलियों की सहायता कर रहे हैं । यह शहरी नक्सलवाद अब वारकरियों में भी घुस गया है । वे यह भेदभाव करके हिन्दुओं के मन में विष घोल रहे हैं कि हिन्दू धर्म भिन्न है और वारकरी संप्रदाय भिन्न है ।’ इसलिए वारकरी संप्रदाय तथा हिन्दुत्ववादी संगठनों को संगठित होकर इस षड्यंत्र को नष्ट करना चाहिए ।
सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश लोंढे की पहल से वारकरी सम्मेलन सफल रहा !वारकरी सम्मेलन में हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य का उद्देश्य सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक श्री. प्रकाश लोंढे ने कहा । श्री. लोंढे ने आलंदी में वारकरी सम्मेलन को सफल बनाने का लगातार प्रयास किया तथा यह बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की गई । लोंढे के उत्साह के कारण इस बैठक को वारकरी संप्रदाय के विभिन्न घटकों से उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला । |