पंजाब, असम और बंगाल में सीमा सुरक्षा बल का कार्य क्षेत्र १५ किमी से बढाकर ५० किमी तक किया गया !

  • मादक पदार्थों की तस्करी और हथियारों की आपूर्ति पर अंकुश लगाने के प्रयास !

  • पंजाब के मुख्यमंत्री का विरोध !

देशद्रोही गतिविधियों और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने की दृष्टि से लिए गए निर्णयों का विरोध करनेवाले कांग्रेस के मुख्यमंत्री देशद्रोही ही हैं ! ऎसे लोगों के कारण ही पाकिस्तान अब तक हमें छल रहा है। ऐसे निर्णयों का विरोध करने वालों को अब बंदी बनाकर कारावास में डालने का कानून बनाना आवश्यक  है ! – संपादक

प्रतिकात्मक छायाचित्र

चंडीगढ़ – केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब, असम और बंगाल में सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) के अधिकार क्षेत्र को १५ किमी से बढ़ाकर ५० किमी कर दिया है। इस ५०  किमी के सीमा में ’’सीमा सुरक्षा बल” बिना किसी आदेश के तलाशी, गिरफ्तारी और जब्ती कर सकता है, इसलिए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्वीट कर इस निर्णय  का विरोध किया है। ‘यह संघराज्य पर सीधा आक्रमण है। इस निर्णय को त्वरित  वापस लिया जाना चाहिए, ‘मुख्यमंत्री चन्नी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मांग की। उधर, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस निर्णय का स्वागत किया है । कश्मीर में हमारे जवान मारे जा रहे हैं। हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा अधिकाधिक शस्त्र और मादक पदार्थ पंजाब भेजे जा रहे हैं । सीमा सुरक्षा बल की बढ़ती उपस्थिति और शक्ति हमें और भी सशक्त बनाएगी । अमरिंदर सिंह ने कहा, “केंद्रीय सशस्त्र बलों को राजनीति में न घसीटें ।”