पूरे विश्व में ९ वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया !
नई देहली – भारत की अगुवाई में २१ जून २०१५ से आरंभ हुआ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस इस वर्ष ९ वीं बार मनाया गया । इस समय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदीजी अमेरिका की यात्रा पर थे । उन्होंने ट्विटर द्वारा एक वीडियो संदेश प्रसारित किया है । उन्होंने कहा ‘योग वैश्विक आत्मा बन गया है । प्रत्येक वर्ष योग दिवस के उपलक्ष्य में मैं आप सभी में किसी न किसी कार्यक्रम द्वारा उपस्थित रहता हूं । विविध दायित्वों के कारण मैं वर्तमान में अमेरिका में हूं । आज भारतीय समय के अनुसार शाम ५.३० बजे योग दिवस के उपलक्ष्य में संयुक्त राष्ट्रों के मुख्यालय में एक बडा कार्यक्रम हो रहा है । मैं उसमें सहभागी होने जा रहा हूं ।’
Sharing my message on International Day of Yoga. https://t.co/4tGLQ7Jolo
— Narendra Modi (@narendramodi) June 21, 2023
१. इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय (थीम) ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के लिए योग’ !
२. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोच्चि (केरल) में ‘आइ.एन.एस. विक्रांत’ लडाकू जहाज पर भारतीय नौदल के सैनिकों सहित योग किया ।
३. लद्दाख के पैंगॉन्ग त्सो तालाब के किनारे भारतीय सेना के सैनिकों ने योगासन किए ।
४. २० जून को संयुक्त राष्ट्रों के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा ‘योग केवल शरीर एवं मन को ही नहीं, अपितु विश्व के लाखों लोगों को जोडता है । योग चिंता अल्प कर मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायता करता है ।’
In a divided world, yoga unites millions of people across the globe, for whom it is a source of strength, harmony, and peace.
On this #YogaDay, let us embrace this spirit of unity, and resolve to build a better, more harmonious world for people & planet. pic.twitter.com/VyPdpb2mKB
— António Guterres (@antonioguterres) June 21, 2023
५. २७ सितंबर २०१४ को पहली बार प्रधान मंत्री मोदीजी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रत्येक वर्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे केवल तीन माह में स्वीकार कर लिया गया था ।
संपादकीय भूमिका‘योग’ की ओर शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य सुधारने के लिए विशद किए योगासन, विश्व इस मर्यादा तक ही देखता है । प्रत्यक्ष में ‘जीव एवं शिव का मिलन अर्थात योग’, अर्थात ईश्वर को प्राप्त करने का प्रयास ही योग है’, योग ही भारतीय अध्यात्म की सर्वोच्च शिक्षा है, कि प्रधान मंत्री मोदी इसे वैश्विक स्तर पर अपनी जडें जमाने का प्रयास करें, ऐसी अपेक्षा है ! |