(और इनकी सुनिए…) ‘घोषणापत्र’ में गर्व करने जैसा कुछ भी नहीं ! – यूक्रेन

‘जी-२०’ परिषद के घोषणा पत्र में यूक्रेन युद्ध में रूस का उल्लेख टाले जाने से यूक्रेन की टिप्पणी

‘वेगनर आर्मी’ के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन की हवाई जहाज दुर्घटना में मृत्यु ! 

पुतिन के विरोध में किया था विद्रोह !

यूक्रेन ने मॉस्को पर ड्रोन से आक्रमण करने का किया प्रयास ! – रूस 

रूस के सुरक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूस ने उसे विफल कर दिया । यूक्रेन के तीनों ड्रोन नष्ट कर दिए गए थे । इस आक्रमण में किसी भी प्रकार की जीव हानि नहीं हुई है ।

मास्को पर ड्रोनद्वारा आक्रमण

शहर में ड्रोनद्वारा आक्रमण किया गया है तथा रूस ने इस आक्रमण के लिए यूक्रेन को उत्तरदायी कहा है । इस आक्रमण के कारण २ भवनों की हानि हुई है तथा १ जन घायल हो गया है ।

मॉस्को में ड्रोनद्वारे होनेवाले यूक्रेन के आक्रमण सार्वजनिक करने का रूस का दावा !

मॉस्को शहर के महापौर सर्गेई सोबयानिन ने दावा किया है कि, ‘यहां रात्रि ड्रोन द्वारा २ इमारतों पर आक्रमण किया गया । इसमें कोई जीवित हानि नहीं हुई ।’

रशिया द्वारा भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने की संभावना !

रशिया और यूक्रेन के बीच युद्ध को १वर्ष से अधिक समय हो गया है । इस युद्ध के कारण दोनों देशों के हथियारों में कमी आई है ।

अब वैश्विक स्तर पर भारत को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने का समय आ गया है ! – प्रधान मंत्री मोदी

भारत में सहस्रों वर्षों से सभी धर्म एवं श्रद्धाओं को एक-साथ रहने एवं प्रगति करने की स्वतंत्रता मिली है । आप भारत में ऐसा पाएंगे कि प्रत्येक श्रद्धा एवं धर्म के लोग शांति से जीवन यापन कर रहे हैं ।

यूक्रेन में युद्ध के आक्रमण में तोडे गए बांध के कारण उत्पन्न बाढ की स्थिति !

३० से अधिक गांव एवं शहर बाढग्रस्त !
रूस की सेना का विरोध में बनाई गई बारूदी भूसुरंगों के कारण बचाव कार्य में बाधा  !

युद्ध पर समाधान निकालने हेतु जो भी संभव है, भारत वह करने का प्रयास करेगा ! -प्रधान मंत्री मोदी

‘जी ७’ देशों के वार्षिक शिखर सम्मेलन में सम्मिलित होने हेतु गए भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से भेंट की । दोनों नेताओं में चर्चा भी की गई ।

अमेरिका ने अपने १ हजार ४१९ परमाणु अस्त्र तैनात होने की बात सार्वजनिक की !

रूस से उसके परमाणु अस्त्रों की तैनाती से संबंधित जानकारी सार्वजनिक करने की अमेरिका की मांग !