नई देहली – प्रधान मंत्री मोदीजी ने अमेरिका के समाचारपत्र ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ को दिए साक्षात्कार के समय कहा है, ‘भारत एवं चीन के मध्य संबंध सुधारने के लिए सीमा पर शांति होना आवश्यक है । हम सार्वभौमिकता एवं प्रादेशिक अखंडता का आदर करते हैं । हम वैध (कानूनी) एवं शांतिपूर्ण मार्ग से विवाद तथा मतभेद का समाधान करने में विश्वास रखते हैं । इसके साथ ही हम अपना सम्मान एवं अखंडता संजोने के लिए पूर्णतः तैयार हैं ।’ अमेरिका के लिए प्रस्थान करने से पूर्व की पृष्ठभूमि पर यह साक्षात्कार दिया गया है । उन्होंने आगे कहा, ‘वैश्विक स्तर पर अब भारत को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने का समय आ गया है ।’
(सौजन्य : Republic World)
१. रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की भूमिका पर प्रधान मंत्री मोदीजी ने कहा, ‘भारत शांति का समर्थन कर रहा है । सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना चाहिए एवं अन्य देशों की सार्वभौमिकता का आदर करना चाहिए । विवाद का समाधान युद्ध से नहीं, अपितु चर्चा से होना चाहिए । इस युद्ध को रोकने के लिए भारत प्रत्येक संभावित प्रयत्न करेगा ।
२. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदीजी ने कहा, ‘भारत केवल दक्षिण की ओर स्थित देशों का नेता नहीं, अपितु वर्षों से दुर्लक्षित अन्य विकासशील देशों के प्रश्न भी उठा रहा है ।
३. उन्होंने आगे कहा, ‘भारत में सहस्रों वर्षों से सभी धर्म एवं श्रद्धाओं को एक-साथ रहने एवं प्रगति करने की स्वतंत्रता मिली है । आप भारत में ऐसा पाएंगे कि प्रत्येक श्रद्धा एवं धर्म के लोग शांति से जीवन यापन कर रहे हैं ।’