भारतीय नौसेना ने २ माह में नौकाओं पर हुए १७ आक्रमण रोके ! – विदेशमंत्री एस. जयशंकर
भारत एडन की खाडी और अरबी समुद्र में नौकाओं की रक्षा कर रहा है ।
भारत एडन की खाडी और अरबी समुद्र में नौकाओं की रक्षा कर रहा है ।
‘आई.एन.एस. संध्याक’ यह युद्ध नौका विशेष रूप से निगरानी रखने के लिए प्रयोग की जाने वाली है । ११ सहस्र कि.मी. की दूरी तक यह निगरानी रख सकती है ।
‘प्रीडेटर’ ड्रोन की विशेषता यह है कि यह बडी ऊंचाई से दीर्घ समय के लिए उड सकता है ।
पिछले २ दिनों में भारतीय नौसेना द्वारा की गई यह दूसरी कार्यवाही है । अरबी समुद्र में ११ डकैतों ने इस नौका का अपहरण किया था ।
श्रीलंकाई नौसेना ने अपनी कथित समुद्री सीमा में प्रवेश करने पर भारतीय मछुआरों को बंदी बनाता है; लेकिन वह अपनी ही अपहृत नाव का छुडाने के लिए निष्क्रिय रहता है और इसके लिए भारत को श्रीलंका की सहायता करनी पडती है !
इस आक्रमण की जानकारी मिलते ही भारतीय नौसेना की युद्धनौका आई.एन.एस. विशाखापट्टनम घटनास्थल पर पहुंची और सहायताकार्य प्रारंभ किया ।
हिन्द महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों का सामना करने के लिए भारत यह युद्धाभ्यास कर रहा है ।
पिछले अनेक वर्षों से श्रीलंका की ओर से इस प्रकार की कार्यवाही की जा रही है । पाकिस्तान भी अरबी समुद्र में ऐसी कार्यवाही करता रहता है । इस संबंध में भारत की ओर से मछुआरों को भारत की समुद्री सीमा ध्यान में आने के लिए प्रयास करना चाहिए ।
मार्कोस (भारतीय नौसेना के कमांडो) ने इस कार्यवाही में जलपोत से शोध अभियान चलाया; किंतु उन्हें अपहरणकर्ता नहीं मिले ।