US Predator Drone : भारत को ‘प्रीडेटर’ ड्रोन उपलब्ध कराने के लिए अमेरिका सरकार की मान्यता !

वाशिंगटन – भारत को ३१ ‘प्रीडेटर’ ड्रोन उपलब्ध कराने के लिए अमेरिका सरकार ने मान्यता दी है । ३ अरब डॉलर (२४ सहस्र ९०० करोड रुपए की) कीमत के इस ड्रोन समझौते की अधिसूचना आनेवाले २४ घंटे में अमेरिकी सरकार की ओर से जारी की जाएगी । खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के षड्यंत्र में भारत पर आरोप करते हुए अमेरिकी संसद द्वारा यह समझौता रोके जाने का समाचार था । (इससे अमेरिका का भारतद्वेष दिखाई देता है ! – संपादक) इसके उपरांत अमेरिका पर टिप्पणियां होने लगी थीं । इतना ही नहीं, भारत के साथ उसकी मित्रता पर भी प्रश्न खडे किए गए थे ।

. ‘प्रीडेटर’ ड्रोन की विशेषता यह है कि यह बडी ऊंचाई से दीर्घ समय के लिए उड सकता है । इनमें से १५ ड्रोन भारतीय नौसेना को और शेष भारतीय थलसेना और भारतीय वायुसेना को दिए जाने वाले हैं ।

२. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले १० वर्षों में भारत-अमेरिका के बीच रक्षा साझेदारी में उल्लेखनीय मजबूती आई है । इस ड्रोन समझौते के कारण यह साझेदारी और आगे जाएगी ।

३. अमेरिकी कंपनी की ओर से किसी देश को हथियार खरीदने होते हैं, तो वहां के कानून के अनुसार उसे संसद की स्वीकृति मिलना आवश्यक होता है । इस कारण भारत के ‘जनरल एटॉमिक’ कंपनी से किए इस समझौते पर भारत और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार देख-रेख कर रहे हैं ।