कश्मीर में भारतीय सेना के सैनिक जावेद वाणी का आतंकवादियों द्वारा अपहरण !
जावेद को खोजने के लिए भारतीय सेना एवं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान प्रारंभ किया है ।
जावेद को खोजने के लिए भारतीय सेना एवं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान प्रारंभ किया है ।
पाकिस्तान एवं चीन की भारतविरोधी कार्यवाहियां देखते हुए सैनिकाें ने नियंत्रणरेखा पार करने का यही उचित समय है, ऐसा ही भारतीयों को लगता है ।
कश्मीर में जिहादी आतंकवादियों को मारने पर भी वहां के स्थानीय हिन्दू एवं देश के अन्य क्षेत्रों से पहुंचे हुए हिन्दू असुरक्षित ही हैं, यह निरंतर घटनेवाली ऐसी घटनाओं से दिखाई देता है । यह स्थिति धर्माचरणी लोगों का धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र अनिवार्य करती है !
‘पुलिस दल में अधिकाधिक मुसलमानों को भरती करें’, ऐसी मांग करनेवालों को वहां के धर्मांध पुलिसद्वारा की जा रही इन देशविघातक कार्रवाईयों के बारे में क्या कहना है ?
कश्मीर में अभीतक स्थानीय एवं अन्य प्रांतों के हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं, ऐसी घटनाओं द्वारा सदैव यह ध्यान में आता है । यह स्थिति परिवर्तित करने के लिए हिन्दू राष्ट्र का विकल्प नहीं है !
ये आतंकवादी पाकिस्तान से इनके प्रमुखों के बताए अनुसार काम कर रहे थे, ऐसा पुलिस ने बताया ।
धारा ३७० हटाने के विषय मेें केंद्र सरकार का सर्वोच्च न्यायालय में प्रतिज्ञापत्र !
जम्मू-कश्मीर में देशद्रोहियों की ही भरमार होने से वहां ऐसी घटनाएं होती रहती हैं ! कश्मीर की समस्या सुलझाने के लिए वहां के लोगों की जिहादी मानसिकता नष्ट करने की आवश्यकता है !
जम्मू-कश्मीर को विशेष योग्यता देनेवाली धारा ३७० हटाने के विरोध में सर्वोच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट करनेवाले भारतीय प्रशासकीय सेवा अधिकारी (आइ.ए.एस.) शाह फैसल ने याचिका वापस लेने की जानकारी पुनः एकबार दी है ।
अभिनंदनीय है कि पथराव की एक भी घटना नहीं हुई है, परंतु इससे आगे बढकर कश्मीर की जिहादी मानसिकता नष्ट करने का प्रयास हो, तो वहां का आतंकवाद जड से समाप्त होगा !