अर्पणदाताओं, गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में धर्मकार्य हेतु धन अर्पित कर गुरुतत्त्व का लाभ उठाएं !

३ जुलाई २०२३ को गुरुपूर्णिमा है । गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का यह दिवस शिष्य के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है । इस दिन गुरु का कृपाशीर्वाद तथा उनसे प्रक्षेपित शब्दातीत ज्ञान सामान्य की अपेक्षा सहस्र गुना कार्यरत होता है । अतः गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में गुरुसेवा एवं धन का त्याग करनेवाले व्यक्ति को गुरुतत्त्व का सहस्र गुना लाभ होता है ।

अर्पणदाताओं, गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में धर्मकार्य हेतु धन अर्पित कर गुरुतत्त्व का लाभ उठाएं !

गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में गुरुसेवा एवं धन का त्याग करनेवाले व्यक्ति को गुरुतत्त्व का सहस्र गुना लाभ होता है ।

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ हेतु धनस्वरूप में अर्पण देकर हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित हों !

इस वर्ष १६ से २२ जून २०२३ की समयावधि में रामनाथी, गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ (एकादश अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’) का आयोजन किया गया है । अधिवेशन में भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, सिंगापुर, बैंकॉक, अमेरिका, फिजी, ऑस्ट्रेलिया, हौंगकौंग, इंग्लैंड, मलेशिया आदि देश-विदेशों के प्रतिनिधि सहभागी होनेवाले हैं ।

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ हेतु धनस्वरूप में अर्पण देकर हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित हों !

इस वर्ष १६ से २२ जून २०२३ की समयावधि में रामनाथी, गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ (एकादश अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’) का आयोजन किया गया है । अधिवेशन में भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, सिंगापुर, बैंकॉक, अमेरिका, फिजी, ऑस्ट्रेलिया, हौंगकौंग, इंग्लैंड, मलेशिया आदि देश-विदेशों के प्रतिनिधि सहभागी होनेवाले हैं ।

अक्षय तृतीया के पर्व पर ‘सत्पात्र को दान’ कर ‘अक्षय दान’ का फल प्राप्त करें !

२२.४.२०२३ को ‘अक्षय तृतीया’ है । ‘अक्षय तृतीया’ हिन्दू धर्म के साढे तीन शुभमुहूर्ताें में से एक मुहूर्त है । इस दिन की कोई भी घटिका शुभमुहूर्त ही होती है । इस दिन किया जानेवाला दान और हवन का क्षय नहीं होता; जिसका अर्थ उनका फल मिलता ही है । इसलिए कई लोग इस दिन बडी मात्रा में दानधर्म करते हैं ।

अखिल मनुष्यजाति को अध्यात्म जगत की नवीनतापूर्ण पहचान करानेवाले सनातन संस्था की ध्वनिचित्रीकरण से संबंधित सेवाओं में सम्मिलित होकर धर्मकार्य में अपना योगदान दें !

परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के मार्गदर्शन में सनातन के रामनाथी आश्रम में स्थापित ‘ध्वनिचित्रीकरण की सेवा’ हिन्दू धर्म एवं संस्कृति, साथ ही आध्यात्मिक शोधकार्य की अद्वितीय पहचान करानेवाला ज्ञान का भंडार है !

‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’ के अंतर्गत ‘हस्त एवं पाद समुद्रशास्त्र’ के संदर्भ के शोध कार्य में सम्मिलित होकर साधना के स्वर्णिम अवसर का लाभ लें !

व्यक्ति की हथेलियों एवं तलवों की रेखाएं, उनका एक-दूसरे से संयोग, चिन्ह, उभार एवं आकार से व्यक्ति का स्वभाव, गुण-दोष, आयुर्दाय (दीर्घायु), भाग्य, प्रारब्ध इत्यादि ज्ञात कर सकते हैं ।

हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता के नाम से मिलनेवाले और संदेहजनक आचरणवाले व्यक्ति से सतर्क रहें और समिति को तुरंत उसकी जानकारी दें !

हिन्दू जनजागृति समिति सदैव ही संवैधानिक मार्ग से कार्य करती है, यह बात स्थानीय संगठन के कार्यकर्ताओं को ज्ञात होने से कथित हिन्दुत्वनिष्ठ व्यक्ति आक्रामक पद्धति से बोल रहा था, यह देखकर स्थानीय कार्यकर्ताओं को थोडा संदेहजनक लगा ।

गुरुकार्य हेतु अर्पण स्वरूप में प्राप्त धन का अपव्यय करनेवालों की जानकारी सूचित करें !

अनेक शुभचिंतक समय-समय पर सनातन के राष्ट्र और धर्म कार्य हेतु धन अथवा वस्तु अर्पण करते हैं । यह अर्पण उचित स्थान पर पहुंचाना प्रत्येक साधक का कर्तव्य है; परंतु ऐसा देखने में आया कि एक स्थान पर अर्पण का अपव्यय हुआ है ।

साधकों प्रत्येक क्षण साधना के लिए उपयोग कर साधना की फलनिष्पत्ति बढाएं और आध्यात्मिक उन्नति का ध्येय शीघ्र प्राप्त करें !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की कृपा से सभी साधकों को वर्तमान घोर आपातकाल में भी साधना कर जीवनमुक्त होने का अमूल्य अवसर प्राप्त हुआ है ।