(और इनकी सुनिए…) ‘श्रीराममंदिर भारतीय लोकतंत्र पर कलंक !’ – पाकिस्‍तान

पाकिस्‍तान को भारत के लोकतंत्र की चिंता करने की अपेक्षा, स्‍वयं के देश के लोकतंत्र की पहले चिंता करनी चाहिए !

Meerut Crime : मेरठ (उत्तर प्रदेश) में चोरों की गोलीबारी में पुलिस उपनिरीक्षक गंभीर रूप से घायल !

चोरों ने भी गोलीबारी करना, यह पुलिस के लिए लज्‍जाजनक !

Supreme Court Slams DMK: पडोस में अन्‍य धर्मी रहते हैं, इसलिए प्रक्षेपण रोक नहीं सकते !

श्रीराममंदिर के उद्घाटन का लाईव प्रक्षेपण रोकने पर, सर्वोच्‍च न्‍यायालय ने तमिलनाडु द्रमुक सरकार को फटकारा !

Atal Setu : ‘अटल सेतु’ पर पान तथा गुटका खाकर थूकने के निशान मिले !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए अटल सेतु पर तीनपहिया रिक्शा को अनुमति न होते हुए भी सेतु पर चलने का वीडियो हाल ही में प्रसारित हुआ ।

Ram Mandir Spiritual Tourism : श्रीराममंदिर भक्तों की संख्या में वेटिकन तथा मक्का को पीछे छोडेगा !

श्रीरामलला की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा किए जाने के उपरांत २३ जनवरी से मंदिर सर्वसामान्य नागरिकों के लिए खोला गया है । यहां प्रतिदिन १ लाख भक्त दर्शन के लिए आने का अंदाजा है ।

अयोध्या त्रेतायुग जैसी दिख रही है ! – मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास

इस समय भी त्रेतायुग की झलक देखने को मिल रही है, ऐसा वक्तव्य श्रीरामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने किया । वे पत्रकारों से बात कर रहे थे ।

Ayodhya Ram Mandir : श्री रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या के प्रवेशद्वार पर लाखों भक्त प्रतीक्षा में !

२३ जनवरी से सर्वसाधारण जनता को श्रीरामलला के दर्शन मिलेंगे । ये सभी भक्त श्रीरामलला के दर्शन की प्रतीक्षा में हैं ।

Sanatan Sanstha At Ram Mandir : रामलला का पुन: राममंदिर में प्रतिष्ठापित होना रामराज्य का आरम्भ ! – श्रीसत्शक्ति (सौ.) बिंदा निलेश सिंगबाल, सनातन संस्था

कलियुगांतर्गत सतयुग की नवनिर्मिति के सूर्योदय का उगम ! – श्रीचित्शक्ति (सौ.) अंजलि मुकुल गाडगिल

चिकमगलूर (कर्नाटक) के दत्तात्रेय पीठ में २२ जनवरी को रामतारक होम करने पर प्रशासन ने लगाई रोक !

यह यज्ञशाला दरगाह के पास है । राम तारक होम के रोक पर प्रबंध समिति ने अप्रसन्नता व्यक्त की है ।

Ayodhya Ramlala : श्री रामलला विराजमान !

जिस क्षण की रामभक्त पिछले ५०० वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे थे, वह क्षण २२ जनवरी को दोपहर १२ बजकर २९ मिनिट पर देश के ही नहीं, अपितु पूरे विश्व के करोडों लोगों ने अनुभव किया !