कोलकाता में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच समिति के सदस्यों पर आक्रमण !
बंगाल में कानून का शासन ही शेष नहीं है, इसलिए वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही एकमात्र विकल्प बचा है ; यह सरकार को अब ध्यान रखना चाहिए ।
बंगाल में कानून का शासन ही शेष नहीं है, इसलिए वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही एकमात्र विकल्प बचा है ; यह सरकार को अब ध्यान रखना चाहिए ।
कुछ माह पूर्व ही पक्षांतर कर भाजपा में प्रवेश किए हुए ३५० कार्यकर्ताओं पर गंगाजल छिडककर उन्हें तृणमूल कांग्रेस में पुनः प्रवेश दिया गया है ।
यहां के बालीगंज तिलजला और चंदन नगर में १० जून के दिन हिंदु और मुसलमानों के बीच हुई हिंसा के बाद यहां बडे पैमाने पर पुलिस बल तैनात की गई है । धर्मांधों ने यहां के श्री महाकाली मंदिर की तोडफोड की ।
सीमा सुरक्षा बलों ने यहां बांग्लादेश सीमा से भारत में घुसपैठ का प्रयास कर रहे ३६ वर्षीय चीनी नागरिक हान जुनवेई को बंदी बनाया है ।
यहां के पांडुआ ग्रामीण अस्पताल में इस्माइल शेख नाम के मरीज की मृत्यु होने से उसके रिश्तेदारों द्वारा उपचार करने वाले डॉक्टर शिव शंकर राय को मारने की घटना हुई है ।
कोलकाता (बंगाल) – यहां भाजपा कार्यालय के पास ५१ देशी बम मिले हैं। बम एक थैले में रखे थे । इसकी सूचना मिलते ही बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच गया ।
बंगाल में भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था की परीक्षा है । मैं पुलिस और प्रशासन के साथ सभी को चेतावनी देना चाहता हूं कि, उन्होंने कुछ गलत किया, तो परिणाम बुरा होगा । कानून की पकड उन तक पहुंची है, ऐसा निश्चित प्रतिपादन बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड ने किया है ।
नारदा घोटाला प्रकरण में गिरफ्तार किए गए बंगाल के तृणमूल कांग्रेस सरकार के दो मंत्री फिरहाद हकीम एवं सुब्रत मुखर्जी तथा विधायक मदन मित्रा को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है । गिरफ्तार होने के पश्चात इन तीनों को जमानत मिली थी ; परंतु कल रात कोलकाता उच्च न्यायालय द्वारा उसे निरस्त किए जाने के कारण उन्हें कारागृह में ले जाने के उपरांत उनका स्वास्थ्य खराब हो गया ।
बंगाल का नारदा घोटाला देश के अधिकतर नेता भ्रष्टाचारी हैं, ऐसा जनता को लगता है । यह गलत है, ऐसा दावा एक भी नेता नहीं कर सकता, यह भी उतना ही सत्य है । इस कारण भ्रष्ट नेताओं के बदले धर्माचरणी लोगों का हिंदू राष्ट्र ही स्थापित करना चाहिए ! कोलकाता – केंद्रीय जांच एजेंसी … Read more
बंगाल विधानसभा के परिणामों की घोषणा होते ही राज्य में हिंसा भडक गई है । इस हिंसा में अभीतक ११ लोगों के मारे जाने का समाचार है । दैनिक ‘जागरण’ द्वारा दिए गए समाचार में इस हिंसा में भाजपा के ९ और तृणमूल कांग्रेस का १ कार्यकर्ता मारा गया है, साथ ही एक और व्यक्ति की मृत्यु हुई है ।