भाजपा में प्रवेश किए हुए ३५० कार्यकर्ताओं पर गंगाजल छिडककर उन्हें तृणमूल कांग्रेस में पुनः दिया गया प्रवेश !

अपने दल से एकनिष्ठ न रह पाने वाले नेता और कार्यकर्ता क्या कभी राष्ट्र के साथ एकनिष्ठ रह सकेंगे ? जिस दल में ऐसे स्वाभिमान-शून्य और तत्त्वहीन कार्यकर्ता हैं, ऐसा दल जनहित कैसे साध पाएगा ?

बीरभूम (बंगाल) : कुछ माह पूर्व ही पक्षांतर कर भाजपा में प्रवेश किए हुए ३५० कार्यकर्ताओं पर गंगाजल छिडककर उन्हें तृणमूल कांग्रेस में पुनः प्रवेश दिया गया है । बंगाल चुनाव से पूर्व तृणमूल कांग्रेस के अनेक नेता और कार्यकर्ताओं ने भाजपा में प्रवेश किया था ; परंतु, इस चुनाव में भाजपा की पराजय होने के उपरांत अब यही नेता और कार्यकर्ता घरवापसी कर रहे हैं ।

तृणमूल कांग्रेस में उन्हें पुनः प्रवेश मिले ; इसके लिए इन सभी कार्यकर्ताओं ने यहां के दल के कार्यालय के सामने ४ घंटे तक आंदोलन चलाया । वे बार-बार भाजपा में जाकर चूक किए जाने की बात बोल रहे थे । उसके उपरांत, तृणमूल के पंचायत प्रधान ने इन सभी कार्यकर्ताओं पर गंगाजल छिडककर उन्हें शुद्ध किया और पुनः तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता प्रदान की । कुछ दिन पूर्व इसी कार्यालय में भाजपा में गए अन्य कुछ कार्यकर्ताओं ने तृणमूल में पुनः प्रवेश किया था । इससे पूर्व भाजपा में गए दिग्गज नेता मुकुल रॉय ने पुनः तृणमूल कांग्रेस में प्रवेश किया है ।