Anti-Hindu Film ‘Puzhu’ : हिन्दुओं की अपकीर्ति (बदनाम) करने हेतु बनाई गई मलयालम फिल्म ‘पुझू’ ! – तमिलनाडु के माकपा के नेता मोहम्मद शार्शद बनियांदी

  • तमिलनाडु के माकपा के नेता मोहम्मद शार्शद बनियांदी का दावा !

  • मामूट्टी नामक विख्यात अभिनेता को ‘जिहादी’ संबोधित किया !

( ईकोसिस्टम अर्थात एकाध विचारधारा आगे धकेलने के लिए सभी स्तर पर  नियोजित पद्धति से किए जानेवाले निश्चित योजनानुसार प्रयास)

चेन्नई (तमिलनाडु) – मलयालम चलचित्रसृष्टि में विगत ५३ वर्षों से सक्रिय रूप से कार्यरत अभिनेता मामूट्टी पर आरोप लगाया गया है कि वह ‘जिहादी’ है । यहां के उद्योगपति एवं माकपा के नेता मोहम्मद शार्शद बनियांदी ने इस संदर्भ में धक्कादायक खुलासे किए हैं । बनियांदी ने दावा करते हुए कहा, ‘मामूट्टी की पूर्व पत्नी रथीना पी.टी. एवं पटकथा लेखक हर्षद ने साथ मिलकर हिन्दू विरोधी एवं उच्च जाति के विरुद्ध चलचित्र निर्माण करने का षड्‌यंत्र रचा था ।

माकपा के नेता मोहम्मद शार्शद बनियांदी

इसमें मामूट्टी ने प्रमुख अभिनेता के रूप में काम किया है । हिन्दुओं की अपकीर्ती (बदनामी) करने हेतु यह चलचित्र निर्देशित करने के लिए रथिना पी.टी. पर दबाव डाला गया था ।’ यह प्रकरण वर्ष २०२२ में प्रदर्शित ‘पुझू’ चलचित्र से संबंधित है, जिसका निर्माण मामूट्टी के ‘वेफेरर फिल्म्स’ नामक कंपनी ने किया था ।

१. इस चलचित्र में मामूट्टी ने एक ‘उच्च जाति के’ आइ.पी.एस. अधिकारी के रूप में  भूमिका निभाई थी । इसमें अधिकारी अपनी बहन का तिरस्कार करता है; क्योंकि वह अपने दलित प्रेमी के साथ भाग जाती है ।

२. बनियांदी के मत में, रथिना पी.टी. ने मनोरंजनात्मक चलचित्र निर्माण करने की  योजना बनाई थी; परंतु ऐसा दावा किया जा रहा है कि उनको किसी उच्च व्यक्ति का सुनना पडा ।

३. बनियांदी ने चलचित्र के लेखक हर्षद का वर्णन भी ‘इस्लामी कट्टरतावादी’ के रूप में किया है ।

४. विशेष बात यह है कि मामूट्टी के केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से निकट के संबंध है । वर्ष २००७ में ‘डेमोक्रैटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया’ के अखिल भारतीय परिषद में मामूट्टी ने कहा था, ‘यह संगठन गुजरात में यदि सक्रिय होता, तो  वर्ष २००२ में दंगे न हुए होते ।’

अभिनेता मामूट्टी पर आरोप लगाया गया है कि वह ‘जिहादी’ है साथ मे रथिना पी.टी.

संपादकीय भूमिका

इस दावे में वास्तविकता हो अथवा नहीं, परंतु भारत एवं हिन्दू के विरुद्ध पूरा ‘ईकोसिस्टम’ के रूप में किस प्रकार कार्यरत है ?, इसीका ये दावा छोटा उदाहरण है !