मोहनदास गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी का हिन्दू द्वेष !
मुंबई (महाराष्ट्र) – मोहनदास गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने एक वृत्तवाहिनी को दिए साक्षात्कार में वक्तव्य देते हुए कहा, ‘जो हिन्दू के रूप में सभी लोगों को स्वीकार करते हैं, उनसे हमारा कोई विवाद नहीं है । हिन्दुत्व से हमारा विवाद नहीं है; परंतु कट्टर हिन्दुत्वनिष्ठ लोगों को छोड देते हैं । जो ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की (संपूर्ण पृथ्वी ही परिवार होने की) बाते बनाकर लोगों से भेदभाव करते हैं, उन कट्टर हिन्दुत्वनिष्ठ लोगों से देश संकट में है ।’ (कट्टर हिन्दुत्वनिष्ठ लोग देश के लिए कौनसा संकट उत्पन्न करते हैं, क्या इसका न्यूनतम एक उदाहरण तुषार गांधी देंगे ? इसके विपरित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मोहनदास गांधी ने ही देश को संकट में डाला था, यही इतिहास है ! – संपादक)
तुषार गांधी ने लोकसभा चुनाव में महाविकास गठबंधन का समर्थन किया है तथा वे महाविकास गठबंधन का प्रचार कर रहे हैं ।
संपादकीय भूमिका‘कट्टरतावादी मुस्लिम एवं जिहादी मुस्लिमों के कारण देश का विभाजन हुआ, कश्मीर से हिन्दुओं को पलायन करना पडा, हिन्दुओं की शोभायात्राओं पर मस्जिदों से आक्रमण किए जाते हैं, ये घटनाएं देश के लिए संकट ही सिद्ध होती है; परंतु देश की रक्षा के लिए हिन्दुत्व को गले लगानेवाले हिन्दू देश के लिए संकटकारी सिद्ध होते हैं, ऐसे विचार प्रस्तुत करनेवाले तुषार गांधी, मोहनदास गांधी के सच्चे उत्तराधिकारी हैं, यदि ऐसा कोई कहे, तो इसमें आश्चर्य कैसा ! |