राष्ट्रपति द्वारा श्री रामलला की पूजा करने पर फुका पर कांग्रेस के नाना पटोले द्वारा आपत्ति जताने का मामला।
मुंबई – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्रीराम मंदिर जाकर श्रीरामलला की पूजा की। इसके बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ‘इंडी आघाड़ी के सत्ता में आने के बाद हम अयोध्या में राम मंदिर की सफाई करने जा रहे हैं।शंकराचार्य इसके (मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा) विरोधी थे। हमारे सत्ता में आने के बाद चारों शंकराचार्य राम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण में प्रोटोकॉल (शाही शिष्टाचार) के खिलाफ काम किया है। इस पर कई साधु-संतों ने आपत्ति जताई।
जूना अखाड़े के प्रवक्ता महंत नारायण गिरि ने कहा, नाना पटोले ने बेहद बेतुका बयान दिया है।यह देश के सभी साधुओं का अपमान है। राष्ट्रपति द्वारा राम मंदिर में पूजा करने के बाद नाना पटोले का बयान पिछड़े समुदाय का अपमान है। वे हिंदुओं का भी अपमान कर रहे हैं। उनके जैसे लोगों को दंडित करने की जरूरत है।’ नाना पटोले का बयान बेहद खराब है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
Maharashtra Congress Chief Nana Patole’s statement of purifying Ram Mandir an insult to Indians and must be punished – Mahant Narayan Giri, Spokesperson, Juna Akhada
“Will purify #AyodhyaRamMandir“, #NanaPatole stirred a controversy with his remarks after President Droupadi… pic.twitter.com/nNEMHLXu2p
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) May 11, 2024
१. आध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर ने कहा, ”मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि नाना पटोले की मानसिकता कैसी है। यह समाज को जाति के आधार पर बांटने की मानसिकता है। अब समय आ गया है कि ऐसी सोच का बहिष्कार किया जाए।
२. आचार्य डाॅ. राष्ट्रीय कथावाचक और अयोध्या के हिंदू धर्मगुरु चंद्रांशु ने कहा, नाना पटोले का बयान १४० करोड़ भारतीयों का अपमान है। राम मंदिर का निर्माण सभी जाति के लोगों ने किया। कांग्रेस को भी आमंत्रित किया गया था; लेकिन कांग्रेसियों को यह पसंद नहीं आया।