जयपुर (राजस्थान) – ‘‘जैसे पाठशाला में हम अगली कक्षा में जाते हैं, वैसे अध्यात्म में भी है । हम भजन करते हैं, तो भजन में भी अगले-अगले स्तर क्या हो सकते हैं ? भजन गाना, भजन अर्थ समझकर गाना, भजन के समय उत्कट भक्ति का अनुभव करना, भजन में बताई बातें जीवन में उतारना, ऐसे अगले-अगले चरण यदि हम जीवन में लाएं, तो निश्चित रूप से हम गुरुकृपा को प्राप्त कर सकते हैं’’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने किया ।
वे यहां के मानसरोवर स्थित सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि आश्रम के साधकों से संवाद कर रहे थे । श्री. राकेश गर्ग के प्रयासों से यह कार्यक्रम संपन्न हुआ । इस समय सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि आश्रम के राष्ट्रीय सचिव श्री. प्रमोद पालीवाल एवं अन्य भक्तगण उपस्थित थे ।
श्री. आनंद ने आगे तिलक लगाना, मंदिर दर्शन, आदि धर्माचरण की कृतियों के विषय में प्रबोधन किया एवं उसका प्रत्यक्ष प्रदर्शन भी किया । श्री. प्रमोद पालीवाल ने कहा कि ‘‘आज पुन: श्रीगुरु ने बताई बातों का स्मरण हुआ । साधना के लिए प्रेरणा मिली ।’’