Bengaluru Shopkeeper Assault Case : हनुमान चालिसा लगाई, इसलिए दुकानदार को पीटनेवाले सभी आरोपियों को बनाया गया बंदी !

पुलिस ने अपराध प्रविष्ट करते समय हनुमान चालिसा का उल्लेख नहीं किया !

बेंगलुरू (कर्नाटक) – यहां के नगरथपेट क्षेत्र में जुम्मा मस्जिद मार्ग पर भ्रमणभाष (मोबाईल) बेचने की दूकान में हनुमान चालिसा लगाई, इस कारण दुकानदार को पीटनेवाले सभी ६ लोगों को पुलिस ने बंदी बनाया । सुलेमान, शाहनवाज, रोहित, डॅनिश, तरुण उपाख्य दडीया और एक छोटा लडका, ऐसे कुल मिलाकर ६ लोग हैं । छोटे बच्चे को न्यायालय ने बाल सुधारगृह में रखने का आदेश दिया, तो अन्य सभी को न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया है । विशेष बात यह कि पुलिस ने अपराध प्रविष्ट करते समय इसमें यह नहीं लिखा कि दुकानदार ने हनुमान चालिसा लगाने के कारण उसे पीटा गया ।

इस मामले का प्रमुख आरोपी सुलेमान किराए पर वाहन चलाता है । उसपर पहले से ही कुछ अपराध प्रविष्ट हैं । शाहनवाज बेकार है, तो रोहित औषधियों की दुकानों को औषधियां पहुंचाता है । तरुण एक निजी चिकित्सालय में वॉर्ड बॉय था । सुलेमान और उसके गिरोह पर हॉटेल मालिक सतीश पर आक्रमण करने का आरोप है ।

संपादकीय भूमिका

पुलिस के ऐसे व्यवहार से यही ध्यान में आता है कि वह अपराधियों की सहायता ही कर रही है ! कांग्रेस के राज्य में ऐसे अपराधियों पर कठोर कार्यवाही की जाने की संभावना अल्प ही है !

  • मुख्य सूत्रधार सुलेमान के भाई ने व्हाट्सएप पर रखा स्टेट्स !

  • आज जेल, कल बेल (जमानत), फिर वही खेल !

पुलिस ने ६ लोगों को बंदी बनाया है; परंतु धर्मांधों पर इसका कोई परिणाम नहीं हुआ है । बंदी बनाए लोगों में से सुलेमान का भाई सय्यद ने व्हॉट्सएप पर रखे स्टेटसद्वारा यह दिखा दिया है । इसमें कहा है, ‘आज जेल (कारागृह), कल बेल (जमानत), फिर वही खेल (गुंडागर्दी)’ । कहा जा रहा है कि सय्यद की आयु अल्प है । (छोटी आयु में भी धर्मांधों की मानसिकता कैसी है, यही बात यह घटना स्पष्ट करती है ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका

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