मुसलमान व्यापारियों को दुकान खाली करने का व्यापारी मंडल का आदेश

धारचूला (उत्तराखंड) में २ अल्प आयु की हिन्दू युवतियों को मुसलमान युवकों ने अगुआ करने का मामला

मुसलमान व्यापारियों के विरुद्ध आंदोलन

देहरादून (उत्तराखंड) – धारचूला में अल्प आयु की २ विद्यालयीन लडकियां १ फरवरी को लापता हुई थी । दोनों भी उत्तर प्रदेश के बरेली में मिली । इस मामले में पुलिस ने बरेली में रहनेवाले २ मुसलमान युवकों को बंदी बनाया । इसके पश्चात धारचूला में मुसलमानों के विरुद्ध समाजमन आक्रोशित हुआ है । इस मामले में मुसलमान व्यापारियों के विरुद्ध आंदोलन आरंभ हुआ है । धारचूला व्यापारी मंडल ने उनके ९१ व्यापारी सदस्यों को मंडल से हटाकर उनके दुकान खाली करने के लिए समयसीमा दी है । इन में से ७९ दुकान मुसलमानों के हैं । इसके उपरांत ये दुकान बंद किए गए हैं, तो एक व्यापारी ने व्यवसाय बंद किया है । यहां की स्थिति को देखते हुए भंगार में काम करनेवाले ५० मुसलमानों ने यहां से पलायन किया है । विशेष बात यह है कि कुछ महीनों पहले उत्तराखंड के पुरोला में भी हिन्दू युवतियों के संदर्भ में ऐसी ही घटना होने के पश्चात मुसलमानों का बहिष्कार किया गया था ।

१. उत्तराखंड पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने मोर्चा निकालकर एक विशिष्ट समाज के विरुद्ध वातावरण निर्माण करने का प्रयत्न किया । उनके दुकान बंद करने का प्रयत्न किया; परंतु अभी स्थिति सामान्य है ।

२. व्यापारी संगठन के सचिव महेश गरब्याल ने बताया कि हम बाहर के व्यापारियों को यहां रहने नहीं देंगे । आज के दिन व्यापारी मंडल में ६०० व्यापारी हैं, जिसमें ४०० स्थानीय, तो २०० बाहर के हैं । उन्हें पहचाना जाने पर १७५ व्यापारियों को वर्ष २००० से पहले व्यवसाय आरंभ किए जाने का प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए समयसीमा दी गई ।

संपादकीय भूमिका

पुलिस, प्रशासन और सरकार हिन्दुओं की रक्षा के लिए तथा धर्मांधों पर रोक लगाने के लिए कोई कडी कार्यवाही नहीं करते । इसलिए आक्रोशित होने पर यदि हिन्दू ऐसा कुछ कृत्य करते होंगे, तो उस पर विचार किया जाना चाहिए !