दुर्ग (छत्तीसगढ) – यहां प्रार्थना सभा के नाम पर हिन्दुओं का धर्मांतरण किए जाने का आरोप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने करने के उपरांत ईसाइयों ने उन्हें मारा । इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने वहां पहुंचकर स्थिति नियंत्रण में की । इस प्रकरण में अपराध प्रविष्ट किए जाने के उपरांत दोनों पक्षों की ओर से पुलिस थाने में बवाल किया गया । यह घटना ३ मार्च के दिन हुई ।
१. बजरंग दल ने कहा कि, यहां अनेक दिनों से धर्मांतरण की शिकायतें आ रही थीं । ओरिया काॅलोनी में प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है ।
२. रायपुर नाके के समीप एक चर्च में प्रार्थना के लिए सैकडों लोग उपस्थित थे । उस समय बजरंग दल के सदस्य वहां पहुंचे और उन्होंने विरोध चालू किया । इस समय धर्मांतरण करने वाले ईसाइयों द्वारा बजरंग दल के लोगों पर आक्रमण, साथ ही पत्थर फेंके गए । इस समय हुई हिंसा में दोनों ओर के लोग घायल हुए । इस घटना का वीडियो सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित हो रहा है ।
३. बजरंग दल के सहसंयोजक रामलोचन तिवारी ने, ईसाई मिशनरी हिन्दुओं के मोहल्लों में पत्रक बांटकर पैसे और शिक्षा का लालच दे रहे हैं, ऐसा आरोप किया है ।
४. यहां के पादरी विनोद ने एक हिन्दू संगठन से संबंधित १५ से २० लोगों द्वारा प्रार्थना कर रहे लोगों पर आक्रमण किए जाने का आरोप किया है । इस सभा में केवल ईसाई ही नहीं, तो प्रत्येक धर्म के लोग सहभागी होते हैं ।
५. दुर्ग के पुलिस अधिकारी चिराग जैन ने कहा कि, यह घटना गैरसमझ के कारण हुई और इस पर नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जाएगी, ऐसा आश्वासन दिया ।
संपादकीय भूमिकाछत्तीसगढ में अब भाजपा की सरकार होने से सरकार को ही पुलिस के माध्यम से ऐसी घटनाओं पर ध्यान रखकर कार्यवाही करनी चाहिए । साथ ही राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून बनाकर ईसाई मिशनरियों पर ध्यान रखना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है ! |