बेमेतरा (छत्तीसगढ) – यहां आदिवासी समाज के २५ से अधिक लोगों ने सामूहिक धर्मांतरण कर ईसाई धर्म स्वीकार किया है । आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्मित घरों में धर्मांतरण किया गया । कुछ घरों पर ‘क्रॉस’ चिन्ह भी पाए गए हैं । इस घटना से क्रोधित हुए हिन्दू संगठनों ने प्रशासन से शिकायत की है । जिलाधिकारी रणवीर शर्मा ने इस प्रकरण की जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है । धर्मांतरितों को रोगों से मुक्ति एवं आर्थिक स्थिति सुधारने का प्रलोभन दिया गया था ।
More than 25 people converted from the tribal community
📍Bemetara #Chhattisgarh
👉 Now that BJP is in power in Chhattisgarh, Hindus expect the Govt to take strict action against the Chri$t!an missionaries who lure Hindus into conversion#धर्मांतरणpic.twitter.com/0leBnfeqBP
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 29, 2024
१. यहां के हिन्दू संगठनों से संबंधित सदस्यों ने प्रभाग क्रमांक १३ में वास करनेवाले गोंड समाज के ५ परिवारों की पूजा पद्धति एवं जीवनयापन में हुए परिवर्तन की जानकारी ली । इस समय उन्हें ज्ञात हुआ कि पूर्व में रायपुर में प्रार्थना के लिए गए हुए ये परिवार अब प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्मित घरों में रहने लगे हैं । आरोप लगाया जाता है कि इन सभी ने मिलकर इन घरों का चर्च में रूपांतरण किया है । कहा जाता है कि संपूर्ण तहसील परिसर में यह एकमात्र चर्च है । पूर्व में धर्मांतरित परिवार भंगार का काम कर अपना जीवनयापन करते थे । अभी तक उनका पारंपरिक व्यवसाय वही है, परंतु उनकी जीवनशैली में परिवर्तन हुआ है ।
२. हिन्दू संगठनों ने पुलिस थाने में निवेदन दिया है तथा धर्मांतरण करनेवालों पर कार्रवाई करने की मांग की है । साथ ही जिन घरों पर इसाईयों के पवित्र चिन्ह लगाए जाते हैं, उन घरों को ताला लगाने की मांग की गई है ।
संपादकीय भूमिकाछत्तीसगढ में अब भाजपा की सत्ता है । इस कारण सरकार को हिन्दुओं का धर्मांतरण करनेवाले ईसाई धर्मप्रचारकों पर कठोर कार्यवाही करना हिन्दुओं को अपेक्षित हैं ! |