|
(हिजाब अर्थात मुसलमान महिलाओं द्वारा सिर एवं गरदन ढकने के लिए परिधान किया जानेवाला वस्त्र)
तिरूवनंतपुरम (केरल) – केरल के मलप्पुरम में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट दल के नेता अनिल कुमार ने कहा, ‘मुसलमान लडकियां अब हिजाब डालना नकार देंगी ।’ इस पर राजनीतिक वातावरण गरम हो गया । माकपा ने यह वक्तव्य अस्वीकार कर दिया । तब भी मुसलमान संगठन और राजनीतिक दलों ने इसकी आलोचना की है ।
कर्नाटक में भाजपा के बाद अब केरल में ‘माकपा’ का हिजाब पर हमला, चौतरफा घिरी सरकार !#Karnatakahttps://t.co/pQG2mu1QND
— Zee Salaam (@zeesalaamtweet) October 3, 2023
अनिल कुमार ने कहा है कि, ‘मलप्पुरम्म में हो रहे परिवर्तन का स्वरूप महिलाओं को देखने से ध्यान में आता है । ऐसा प्रतीत होता है कि यहां ऐसी लडकियां हैं, जो सिर पर ‘थट्टम’ (हिजाब) पहनना अस्वीकार कर देगी ।
अनिल कुमार के कथन पर माकपा ने कहा है कि प्रत्येक को स्वयं को अपनी रुचि के अनुसार वस्त्र परिधान करने का मलूभूत अधिकार है । अत: दल को कोई भी मत व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है ।
संपादकीय भूमिकासाम्यवादियों का वास्तविक स्वरूप ! केरल के शबरीमला मंदिर में हिन्दुओं के विरोध की उपेक्षा कर सभी आयु की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश हेतु साम्यवादी आकाश-पाताल एक करते हैं; परंतु न चाहते हुए भी जबरन बुरखा अथवा हिजाब पहननेवाली मुसलमान लडकियों यदि उससे मुक्ति चाहती हैं, तब यही साम्यवादी उनका समर्थन टालते हैं ! |