नई देहली – आतंकवादी संगठन धर्मकी छवि मलिन करने का काम करते हैं, ऐसे शब्दों में ‘वर्ल्ड मुस्लिम लीग’ के प्रमुख मोहम्मद बिन अब्दुल करीम अल-ईसा ने आतंकवादी संगठनों की आलोचना की है । वे वर्तमान में ५ दिन के भारत दौरे पर हैं तथा धर्माें के मध्य सामंजस्य के लिए संवाद , इस कार्यक्रम में बोल रहे थे । इस अवसर पर अल-ईसा ने आतंकवाद को प्रोत्साहन देनेवाले संगठनों की आलोचना करते हुए संसार में बढते संघर्ष के संबंध में चिंता व्यक्त की ।
Muslim World League chief denounces terror organisations for “distorting image of religions”#MohammedbinAbdulkarimAlIssa #MuslimWorldLeague #India #TV9News pic.twitter.com/8XeCF9xKv8
— Tv9 Gujarati (@tv9gujarati) July 14, 2023
(इनकी सुनिए) ‘आतंकवादी संगठनों का धर्म अथवा देश नहीं होता !’
संसार में मानवता, स्थिरता एवं शांति के लिए संकट उत्पन्न कर रहे ‘इसिस’, अलकायदा, तालिबान, बोको हराम जैसे आतंकवादी संगठनों के संबंध में पूछने पर अल-ईसा ने कहा, ‘‘ये आतंकवादी संगठन मुसलमानों का प्रतिनिधित्व नहीं करते, वे केवल स्वयं के संगठन तक मर्यादित हैं । उनका कोई भी धर्म अथवा देश नहीं है ।’’ (एक ओर अल-ईसा विधान करते हैं कि आतंकवादी संगठन धर्म की छवि मलिन कर रहे हैं, तो दूसरी ओर आतंकवादी संगठनों का धर्म अथवा देश नहीं होता, ऐसा भी कहते हैं । इस परस्परविरोधी वक्तव्यों से अल-ईसा की दोहरी नीति उजागर होती है । – संपादक)
(सौजन्य : Zee News)
संपादकीय भूमिकाकेवल कहने का क्या उपयोग है ? आज संसार इस्लामी आतंकवाद के कारण त्रस्त है; परंतु क्या मुसलमान धर्मगुरु और नेताओं ने कभी आतंकवादियों के विरुद्ध एक भी फतवा निकाला है ? ‘जिहादी आतंकवाद’ का उच्चारण भी न करनेवालों का जिहाद को समर्थन है, ऐसा किसी को लगे, तो उसमें गलत क्या है ? |