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श्रीक्षेत्र माहूर (जिला नांदेड), १ जुलाई (वार्ता.) – यहां के श्री. सोनू चौधरी एवं श्री. आतिष राठोड ने २९ जून को नांदेड मार्ग पर गोवंशियों से भरे एक वाहन के बारे में पूछताछ की । तब चालक ने यह कहते हुए कि ‘यह गाडी सलीम कुरेशी की है’, उसने भ्रमणभाष कर अन्य धर्मांधों को बुला लिया (इससे धर्मांधों का संगठन कैसा होता है ?, यह ध्यान में आता है ! – संपादक) तदुपरांत धर्मांधों ने श्री. सोनू चौधरी को लोहे की सरियों, लाठियों एवं पत्थरों से बहुत मारा । इसके साथ ही उसकी दो तोले की जंजीर भी छीन ली । गंभीररूप से घायल हुए सोनू चौधरी पर यवतमाल में उपचार हो रहा है ।
(सौजन्य : ABP MAJHA)
इस प्रकरण में श्री. आतिष राठोड ने शिकायत लिखावाई । दी हुई शिकायत पर पुलिस ने धर्मांधों के विरोध में अपराध प्रविष्ट किया है । पुलिस ने ९ धर्मांधों को नियंत्रण में लिया है । प्रथमवर्ग न्यायदंडाधिकारी ने ५ लोगों को ५ जुलाई तक पुलिस काेठरी दी । इस प्रकरण में संतों के साथ हिन्दुओं ने ‘रस्ता बंद’ आंदोलन कर पुलिस प्रशासन को कार्रवाई करने के लिए बाध्य किया । (पुलिस कार्रवाई के प्रति उदासीनता के कारण संत एवं हिन्दुओं को आंदोलन करना पडता है, यह बडे खेद की बात है । ऐसी कर्तव्यविमुख पुलिस को निलंबित ही करना चाहिए ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकाउद्दंड धर्मांध बेधडक कानून हाथ में ले लेते हैं, इससे यही सिद्ध होता है कि उन्हें पुलिस और कानून का जरा भी भय नहीं रह गया ! यह पुलिसकर्मियों के लिए लज्जाजनक है ! अब सरकार ही गुंड धर्मांधों को कडे से कडा दंड दे, तभी उनका दिमाग ठिकाने पर आएगा ! |