‘मल्हार सर्टिफिकेशन’ नाम को खंडोबा देवस्थान का समर्थन, तो ग्रामस्थ मंडल का विरोध !

पुणे – भाजपा विधायक और मछली पालन एवं पत्तन (बंदरगाह) विकास मंत्री नितेश राणे ने मांस बेचने वाली दुकानों को ‘मल्हार सर्टिफिकेट’ (मल्हार प्रमाणपत्र) देने का निर्णय लिया है । ‘मल्हार सर्टिफिकेशन डॉट कॉम’ नामक सूचना जालस्थल के माध्यम से केवल हिन्दू कसाइयों को यह प्रमाण पत्र मिलेगा । परंतु, नितेश राणे के इस निर्णय का जेजुरी के ‘मार्तंड देवस्थान’ ने विरोध किया है । जेजुरी के खंडोबा देवता पूर्णतः शाकाहारी हैं । इसलिए, उन्हें मांस का भोग नहीं लगाया जा सकता । यहां तक कि खंडोबा गढ़ पर मांस का नैवेद्य भी नहीं बनाया जाता । शासन की प्रस्तावित ‘सर्टिफिकेट’ की यह योजना अच्छी है । परंतु, इस योजना को ‘मल्हार’ नाम न देकर, कोई और नाम दिया जाए । किसी भी देवता को नाम देने का हमारा विरोध नहीं है । यह बात ग्रामस्थ मंडल के अध्यक्ष जालिंदर खोमणे ने स्पष्ट की है । शीघ्र ही ग्रामस्थ मंडल की ओर से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री नितेश राणे तथा विधायक विजय शिवतारे को इस संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा । दूसरी ओर श्री मार्तंड देवस्थान के कार्यालय में हुई आपात बैठक में नितेश राणे के निर्णय का स्वागत किया गया ।

जेजुरी देवस्थान के न्यासियों का योजना को समर्थन; परंतु ‘मल्हार’ नाम का विरोध !

जेजुरी देवस्थान के न्यासी डॉ. राजेंद्र खेडेकर ने इस योजना का नाम तुरंत बदलने की विनती नितेश राणे को पत्र लिखकर की है । इस पत्र में कहा गया है कि आपके द्वारा लिया गया निर्णय अत्यंत उचित है । इससे उत्तर प्रदेश की भांति हमारे राज्य के हिन्दुओं को भी पता लगाने में सहायता होगी कि वे किससे मांस खरीदें । इससे गोमांस और कुत्ते के मांस की बिक्री पर भी अंकुश लगेगा ।