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(‘स्टेटस का अर्थ है किसी के मोबाइल फोन पर रखा गया चित्र अथवा घोषवाक्य जिसे दूसरे लोग देख सकें)
कोल्हापुर – छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान के विरुद्ध नगर के विभिन्न हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा घोषित बंद के प्रत्युत्तर में ७ जून को कोल्हापुर नगर में संपूर्ण बंद रखा गया । छत्रपति के राज्याभिषेक के दिन ही क्रूरकर्मा औरंगजेब तथा टीपू सुल्तान का´स्टेटस´ रखनेवालों के विरुद्ध निषेध दर्शानेवाले विभिन्न हिन्दू दल, संगठन एवं सर्वसाधारण हिन्दुओं ने छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सुबह ९ बजे से एकत्रित होना आरंभ कर दिया । उसके उपरांत हिन्दुओं तथा पुलिस के मध्य कहासुनी हुई तथा पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के कारण भाग दौड का वातावरण हो गया । 6 जून की रात्रि जब भीड पर आक्रमण हुआ तो नगर में कुछ स्थानों पर पथराव भी हुआ था । उस प्रकरण में कुछ हिन्दुओं को पुलिस ने रात्रि में ही बंदी बना लिया था । उन हिन्दुओं को त्वरित मुक्त किया जाना चाहिए । हिन्दुओं का निश्चय था कि हम तब तक नहीं हटेंगे जब तक हिन्दू कार्यकर्ता मुक्त नहीं किए जाते । तदुपरांत पुलिस ने लाठीचार्ज किया ।
(सौजन्य : TV9 Bharatvarsh)
१. ६ जून को हुई इस घटना के आधार पर पुलिस ने ९ जून तक धारा १४४ की घोषणा की । इस आदेश की अवहेलना करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा चौक पर सहस्त्रों की संख्या में हिन्दू युवक एकत्रित हुए ।
२. पुलिस ने भीड पर लाठीचार्ज किया तो महापालिका चौक तथा शिवाजी चौक पर भगदड मच गई । जैसे ही भीड इकट्ठी हुई, पुलिस एवं राज्य सुरक्षा बल पुलिस ने वहां मारपीट आरंभ कर दी, जिससे भाग दौड का वातावरण हो गया ।
३. उस समय कुछ पत्रकारों पर भी लाठियां बरसाई गईं। पुलिस की लाठी से कुछ हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं के सिर फूट गए तथा वे रक्तरंजित हो गए । भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोडे ।
४. समझा जाता है कि इस समय पथराव भी हुआ था । जैसे ही पुलिस ने हिन्दुओं पर लाठियां बरसाईं, उग्र भीड ने महापालिका चौक पर रिक्शों में तोड-फोड की साथ ही कुछ दुकानों में भी तोड फोड की गई ।
५. बडे स्तर पर हुए हंगामे के चलते छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सहस्त्रों जूते-चप्पल बिखरे पडे थे ।
संपादकीय भूमिकाकोल्हापुर पुलिस ने दिखाई मुगलई ! यदि ये भीड मुसलमानों की होती, तो क्या पुलिस लाठीचार्ज करने का दुस्साहस करती ? हिन्दुओं को कष्ट देनेवाली पुलिस कट्टरपंथियों के सामने जाने से भी मुंह छुपाती है, पुलिस का यही इतिहास है ! |
नगर में हुई अन्य घटनाएं !
१. किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुबह १० बजे के उपरांत नगर में बस सेवाएं बंद कर दी गईं ।
२. नगर के लगभग प्रत्येक चौक पर पुलिस का एक बडा दल नियुक्त किया गया ।
३. हंगामे का प्रभाव श्री महालक्ष्मी माता के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं पर भी पडा ।
४. पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने पत्रकारों को सूचित किया कि ‘आपत्तिजनक स्टेटस ‘ रखने के प्रकरण में ५ लोगों को बंदी बनाया गया है ।
५. प्रशासन ने मध्यान्ह के उपरांत नगर की सभी अंतरजाल सेवाएं बंद करने के आदेश दिए हैं ।
विरोध करते समय हिन्दुओं ने ‘जयतु जयतु हिन्दू राष्ट्रम’, ‘जय भवानी-जय शिवराय’, ‘एक बार ही दिखेगा-भगवा ही दिखेगा’ जैसी धोषणाएं कीं । ‘छत्रपति के विरुद्ध उठने वाली प्रत्येक सुर को बंद कर दिया जाएगा’ की ध्वज-पट्टियां भी लहराई गईं। |
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के समीप जब हिन्दुत्वनिष्ठ एकत्र हुए, तो उनमें से कुछ लोगों के पास चलचित्र ‘केरला स्टोरी’ के फलक थे । कोल्हापुर जिले में विगत कुछ दिनों से हो रही विभिन्न घटनाओं से हिन्दू कार्यकर्ता अत्यंत आक्रोशित थे । |
आंदोलन के अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों की प्रतिक्रिया
कानून तोडने वालों को क्षमा नहीं जाएगा ! – एकनाथ शिंदे, मुख्य मंत्री
प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है । चूंकि कानून तथा व्यवस्था बनाए रखने का काम गृह विभाग का है, मैंने व्यक्तिगत रूप से संबंधित अधिकारियों से बात की है । किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए । गृह विभाग इस बात का ध्यान रख रहा है कि सभी सहयोग करें, कहीं कोई अप्रिय घटना न हो । इस प्रकरण पर स्वयं गृह मंत्री ने ध्यान रखा है । कानून का उल्लंघन करने वालों को कदापि क्षमा नहीं किया जाएगा ।
(सौजन्य : Republic Bharat)
क्रूरकर्मा औरंगजेब का महिमामंडन कदापि सहन नहीं किया जाएगा ! – देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्य मंत्री एवं गृह मंत्री ।
इस संबंध में पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्य मंत्री एवं गृह मंत्री ने कहा, ‘महाराष्ट्र में यदि कोई औरंगजेब का महिमामंडन करेगा तो कोई भी क्रोधित हो सकता है । हम औरंगजेब का महिमामंडन कदापि सहन नहीं करेंगे । मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि कोई भी कानून को अपने हाथ में न ले । हमें यह पता लगाना है कि कोल्हापुर में जो हुआ वह किसने किया ?
🕝2.30pm | 07-06-2023 📍Nagpur | दु. २.३० वा. | ०७-०६-२०२३📍नागपूर
LIVE | Media interaction https://t.co/CAhkEqU4MI— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) June 7, 2023
हिन्दुओं के जागृत होने का समय आ गया है ! – शोभताई शेलार, अध्यक्ष, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा
हम छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिक हैं तथा छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान सहन नहीं करेंगे । यदि हिन्दू माता-बहनों पर अत्याचार होता है तो हम अब चुप नहीं रह सकते । हिन्दुओं के जागने का समय आ गया है।
छत्रपति शिवराय के अपमान के पीछे के सूत्रधार का पता लगाना आवश्यक ! – श्री. धनंजय महादिक, सांसद, भाजपा
क्रूरकर्मा औरंगजेब तथा टीपू सुल्तान आपके आदर्श नहीं हो सकते । ‘यह कौन कर रहा है तथा इसके पीछे कौन है ?’, इसका पता लगाने की आवश्यकता है । छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वालों को केवल बंदी ही नहीं बनाया जाना चाहिए, अपितु ‘उनको भडकाने वाले कौन हैं ?’, इसकी जांच की जानी चाहिए । अपमान के प्रकरण में बंदी बनाए गए लोग किसके कार्यकर्ता हैं? इसकी जांच आवश्यक है ।
युवकों को बुद्धिभ्रम कर भडकानेवालों से सावधान रहना है तथा उन्हें उनके हाथों की कठपुतली नहीं बननी चाहिए ! – राजू शेट्टी, पूर्व सांसद, स्वाभिमानी किसान संघ
कोल्हापुर पर शाहू महाराज के विचारों के वलय हैं । इसके कारण जो घटनाएं घटी हैं, वे हम सबको अंतर्मुख करने वाली हैं । युवा मित्रों से मेरी विनती है कि भडकाने वालों के हाथ की कठपुतली न बनें । निर्धन लोगों के बच्चे ही ऐसे दंगों से प्रभावित होते हैं । जो दंगे करवाते हैं उनके घर में कभी ऐसी घटनाएं नहीं होतीं।