‘लव जिहाद’ पर कैसे रोक लगानी चाहिए ?

‘लव जिहाद’ के संकट के विषय में जागृति करें !

‘लव जिहाद’ के संकट के विषय में विद्यालयों-महाविद्यालयों, महिला समूहों, व्यावसायिक केंद्रों, धार्मिक कार्यक्रमों आदि माध्यमों से समाज में जागृति लाना आवश्यक है । यह जागृति प्रभावी हो; इसके लिए हिन्दू लडकियों तथा अभिभावकों को हिन्दू जनजागृति समिति का ‘लव जिहाद’ग्रंथ उपहार के रूप में दें !

‘लव जिहाद’ पर वीर सावरकर के विचारों के अनुसार ‘लव जिहाद’ का उपाय !

वीर सावरकर

वीर सावरकर हिन्दुओं से कहते थे, ‘शत्रु ने यदि हमारी स्त्रियों को भगाकर उनका धर्मांतरण किया, तो उनके बच्चे हमारे शत्रु बन जाते हैं; इसलिए उन स्त्रियों को उनसे छुडाकर उन्हें अपने धर्म में पुनः लें ।’ अपनी लडकियां अन्य धर्म में न जाएं; इसके लिए सदैव सतर्क रहना जैसे ‘लव जिहाद’ पर रोक लगाने का एक उपाय है, वैसे ही वीर सावरकर के विचारों के अनुसार – ‘लव जिहाद’ की शिकार लडकियों को विधर्मियों के चंगुल से छुडवाकर उनकी शुद्धि कर उन्हें पुनः हममें समाविष्ट कर लेना’, ‘लव जिहाद’ पर रोक लगाने का दूसरा उपाय भी हिन्दू समाज को तुरंत अपनाना चाहिए !