कर्नाटक के कांग्रेस नेता वीरप्पा मोईली का अपनेआप को बचाने का प्रयास !
बंगलुरू (कर्नाटक) – बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कांग्रेस का कोई उद्देश्य नहीं है । पार्टी में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है तथा राज्य सरकार इस प्रकार प्रतिबंध नहीं लगा सकती, ऐसी बचावात्मक भूमिका कांग्रेस नेता एवं भूतपूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोईली ने अपनाई है । कांग्रेस द्वारा कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के लिए प्रसिद्ध किए घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का आश्वासन दिया है । इसे लेकर देशभर से कांग्रेस का विरोध किया जा रहा है । मोईली के वक्तव्य से यह बात ध्यान में आ रही है कि इस घोषणा का लाभ भाजपा को होनेसे अब कांग्रेस अपनेआप को संवारने का प्रयास करने लगी है ।
बजरंग दल पर प्रतिबंध से पीछे हटी काॅन्ग्रेस, बोले वीरप्पा मोइली- राज्य सरकार ऐसा नहीं कर सकती: कर्नाटक में अब डैमेज कंट्रोल की कोशिश#Karnataka #Bajrangdalhttps://t.co/JJUY9peq3R
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) May 4, 2023
मोईली ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया एवं बजरंग दल का उल्लेख है, परंतु इसमें ये दो ही नहीं; अपितु सभी कट्टरतावादी संगठन समाविष्ट हैं । तब भी किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाना राज्य सरकार के लिए संभव नहीं है; इसलिए कि यह अधिकार केंद्र सरकार का है । (क्या यह बात कांग्रेसवालों को पहले से पता नहीं थी या अब वह नींद से जाग गई है ? इससे स्पष्ट होता है कि ऐसी घोषणाएं कर, वह मतदाताओं को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रही थी ! इस संदर्भ में मतदाता ही कांग्रेस से प्रश्न करें ! कांग्रेस ने आजतक ऐसे ही असंभव आश्वासन देकर मतदाताओं को मूर्ख बनाया, इसीलिए अब उसके अस्तित्व पर ही प्रश्न निर्माण हुआ है ! – संपादक) अतः कर्नाटक सरकार द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध लाया जाना असंभव है ।
संपादकीय भूमिकाबजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का विषय कर्नाटक में कांग्रेस के अस्तित्व से संबंधित है, इसलिए अब कांग्रेस अपनेआप को बचाने का प्रयास कर रही है; परंतु कांग्रेस को इसका कोई लाभ नहीं होगा, यह बात सभी हिन्दू चुनाव में दिखा देंगे ! |